
नई दिल्ली। हरियाणा में फल, सब्जियां और मसालों की खेती करने वाले किसानों के लिए प्रदेश सरकार राज्य में मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना में 46 सब्जियों, फलों और मसालों की फसलें शामिल है। मुख्यमंत्री बीमा योजना की शुरूआत 1 जनवरी 2021 को शुरू की गई थी। किसानों को प्रतिकूल मौसम, प्रकृतिक आपदाओं जैसे ओलावृष्टि, तापमान, ठंड, जल संकट, वायु वेग, आग आदि से होने वाले नुकसान को बीमा योजना में कवर किया जाता है। प्रदेश के किसानों के लिए योजना के क्रियान्वयन और सुगमता के लिए सरकार ने मार्च 2022 में एमबीबीवाई पोर्टल लांच किया था, जोकि 27 जुलाई 2022 से संचालित है।
बागवानी का होगा विकास
हरियाणा सरकार
किसानों की आय बढ़ाने के लिए, बागवानी फसलों को उगाने के लिए प्रोत्साहित कर रही
है। प्रतिकूल मौसम और प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसलों को होने वाले नुकसान की
वित्तीय सहायता प्रदान
करना। किसानों को आधुनिक और नवीन कृषि पद्धतियों के उपयोग
के लिए प्रोत्साहित करना। किसानों को धान और गेहूं के बजाय बागवानी फसलों की ओर
विविधता लाने के लिए प्रोत्साहित करना।
कितना मिलता है सहायता
प्रदेश के किसानों को योजना का लाभ पाने के लिए प्रति एकड़ सब्जियों और मसालों के लिए 30000 हजार रुपये की राशि पर केवल 2.50 प्रतिशत की दर से 750 रुपये का भुगतान करना होता है। फलों की फसलों के लिए 40,000 रुपये की राशि पर भी 2.5 प्रतिशत की दर से यानी 1000 रुपये का भुगतान करना होगा। किसानों को नुकसान के अनुसार 15 से 40 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जाता है।