
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहडू में बागवानी विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र के अनुसार सेब तुड़ान से पहले बगीचों में पतझड़ की मार अगले साल की फसल पर भारी पड़ने वाली है। बगीचों में समय से पहले पतझड़ और अब सेब के पेड़ों पर असमय खिले फूलों और फल आने से बागवानी पर बड़ा संकट सामने है। बागवानी विभाग के एसएमएस डॉ संजय चौहान के अनुसार सेब बहुल क्षेत्र में करीब तीस प्रतिशत बगीचों में फूल और पत्तियां आजकल निकल रही हैं। जिन बगीचों में 15 दिन पहले पत्ते और फूल निकलने की प्रक्रिया शुरू हुई, वहां अब फल आने लगे हैं। इस साल गर्मी में खराब मौसम और बीमारी की मार का असर सेब बगीचों पर नजर आने लगा है।
मौसम खराब होने के कारण बुरा हाल
खराब मौसम के कारण समय से पहले पत्ते झड़ने और शरद ऋतु से पहले गर्मी के कारण फिर से फूल निकल रहे हैं। असामान्य रूप से गर्म मौसम, पेड़ हार्मोन के असंतुलन या तनाव के कारण यह प्रतिक्रिया हो रही है। इसे रोकने का कोई उपाय नहीं है। इससे अगले साल की फसल पर प्रभाव पड़ना स्वभाविक है।
फंगस के समय पर नहीं रुका संक्रमण
कृषि विज्ञान केंद्र रोहड़ू की प्रभारी डॉ. उषा शर्मा के अनुसार किसी भी फलदार पौधे में पत्तों का अहम महत्व होता है। बागवानों ने इस साल अच्छी पैदावार के बाद कई मिश्रित दवाइयों का बगीचों में इस्तेमाल किया। बारिश के कारण कई बागवान फंगस का समय पर संक्रमण नहीं रोक सके।