
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में इस साल भारी बारिश और भूस्खलन से सड़कें अवरुद्ध होने के बावजूद सेब कारोबार में पिछले साल के मुकाबले करीब 43 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अनुसार इस साल 3 अक्टूबर तक 2,60,83,458 सेब की पेटियों का कारोबार हुआ।पिछले साल 2024 में 1,82,63,874 सेब पेटियों का कारोबार हुआ था। राज्य सरकार के अनुसार हिमाचल प्रदेश के बागवानी इतिहास में वर्ष 2025 बेहतर उत्पाद के रूप में दर्ज हो रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की की नीती किसान-बागवान के हीत में है। जिसके कारण हिमाचल में बागवानी क्षेत्र में व्यवस्था परिवर्तन की मिसाल पेश की है। दिल्ली की आजादपुर मंडी में हिमाचल के सेब की अत्यधिक मांग रही। ए-ग्रेड रॉयल डिलीशियस 2,300 रुपये प्रति 20 किलो पेटी और गोल्डन डिलीशियस 1,200 रुपये प्रति पेटी बिकी।
83,788 मीट्रिक टन सेब की रिकॉर्ड खरीद
यह हिमाचल के सेब की गुणवत्ता, ब्रांड वैल्यू और उपभोक्ता विश्वास का प्रमाण है। मंडी मध्यस्थता योजना के तहत एचपीएमसी द्वारा इस वर्ष 83,788 मीट्रिक टन सेब की रिकॉर्ड खरीद की गई। मंडी मध्यस्थता योजना की यह अब तक की सबसे बड़ी खरीद में से एक है, जिससे हजारों बागवानों को राहत मिली।