मोगरे में नहीं आ रही हैं कलियां तो जड़ के डालें सरसों की खली, फूलों से लद जाएगा पौधा

    16-Oct-2025
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नई दिल्ली। मोगरा एक ऐसा पौधा है जो अपने सुगंधित सफेद फूलों के लिए घर-घर में लगाया जाता है। यह पौधा न सिर्फ बगीचे की शोभा बढ़ाता है बल्कि इसकी खुशबू पूरे घर को महका देती है। लेकिन कई बार सही देखभाल के बाद भी मोगरे के पौधे पर मनचाही संख्या में फूल नहीं आते हैं। ऐसा होने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे पौधे को पर्याप्त धूप और पोषण न मिलना या फिर गलत तरह से पौधे की देखभाल करना। अगर आपके बगीचे में लगा मोगरा का पौधा देखने में हरा-भरा है, लेकिन उसमें फूल नहीं आ रहे हैं तो सरसों की खली पौधे को भरपूर पोषण देकर ज्यादा फूल खिलाने में मदद करती है। आज आपको इसके वीधी और तरीका बताने जा रहे है।

पौधे में फूल न आने के कारण

मोगरे के पौधे में फूल न आने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार मिट्टी में फॉस्फोरस और पोटाश  की कमी हो जाने पर पौधे में कली और फूल नहीं बनते हैं। साथ ही पौधे को ज्यादा मात्रा में यूरिया या नाइट्रोजन  देने के कारण पौधा पत्तियां तो खूब देता है, लेकिन फूल नहीं आते। बता दें कि मोगरे के पौधे को अच्छी ग्रोथ के लिए कम से कम हर दिन 4 से 6 घंटे की धूप की जरूरत होती है। अक्सर धूप की कमी में भी पौधे पर फूल नहीं आते हैं।

सरसों की खली डालने का तरीका

मोगरे के पौधे में सरसों की खली डालने के लिए सबसे पहले 200 से 250 ग्राम सरसों की खली लें और इसे 1 लीटर पानी में भिगो दें। अब इस घोल को 3 से 4 दिन के लिए ढककर रखें, ताकि इसमें खमीर उठ जाए। खमीर उठने के बाद इस घोल को छानकर पौधे की जड़ों में डालें। ध्यान रहे कि ये पूरी प्रक्रिया आपको हर 15 से 20 दिन में दोहरानी है। सरसों की खली एक जैविक खाद है, जो पौधों के लिए प्राकृतिक टॉनिक का काम करती है। इसमें मौजूद नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश और माइक्रो न्यूट्रिएंट्स पौधे की जड़ों को मजबूत करने का काम करते हैं।