
नई दिल्ली।बढ़ रही जनसंख्या और शहरीकरण की वजह से कृषि योग्य भूमि कम होती जा रही है। अभी तक कृषि में इस्तेमाल की जाने वाली भूमि का इस्तेमाल अब आवासीय और व्यवसायीकरण के लिए किया जा रहा है। ऐसे में खेती के लिए इस्तेमाल होने वाली भूमि का क्षेत्रफल कम होता जा रहा है। वहीं दूसरी ओर सरकार लगातार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। किसानों के लिए पॉलीहाउस एक बेहतर विकल्प हो सकता है। पॉलीहाउस को कम क्षेत्रफल में लगाकर किसान कई गुना ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। इतना ही नहीं सरकार किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए अनुदान भी दे रही है
पॉलीहाउस में किसान बेमौसमी सब्जी उगा सकते है
बागवानी के जानकारों के अनुसार पॉलीहाउस में किसान बेमौसमी सब्जी उगाकर कई गुना ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। यह एक ऐसी तकनीक है, जिसमें तापमान को किसान अपने हिसाब से नियंत्रित कर फसल उगा सकते हैं। पॉलीहाउस एक पारदर्शी प्लास्टिक की चादर से बना होता है, जिसमें सूर्य का प्रकाश सीधा अंदर जाता है। हवा, बारिश और कीट फसल तक नहीं पहुंच पाते, ऐसे में एक अच्छी गुणवत्ता की फसल पैदा होती है। किसान वर्ष भर अपनी पसंद के हिसाब से फसल को उगा सकते हैं, चाहे मौसम फसल के अनुकूल हो या ना हो, किसान पॉलीहाउस के अंदर तापमान को अपने हिसाब से नियंत्रित कर सकते हैं, जिससे किसानों की आय में इजाफा होगा।
पॉलीहाउस के लिए मिलेगा अनुदान
सरकार किसानों को पॉलीहाउस बनाने के लिए 50% का अनुदान दे रही है। किसान 500 वर्ग मीटर से लेकर 4 हजार वर्ग मीटर तक पाली हाउस तैयार कर सकते हैं। एक एकड़ में पाली हाउस बनाने में करीब 30 से 32 लाख रुपए का खर्च आता है वहीं सरकार द्वारा 19 लाख 68 हजार रुपए का अनुदान दिया जा रहा है।