
नई दिल्ली। अगर आप सोचते हैं कि अंगूर केवल बड़े खेतों या बागों में ही उगाए जा सकते हैं, तोऐसा विल्कुल नहीं हैं। सही देखभाल और कुछ आसान कदम अपनाकर आप अपने घर की छत, बालकनी या आंगन में भी रसीले अंगूर उगा सकते हैं। यह न सिर्फ संभव है, बल्कि बेहद आसान भी है।अंगूर की बेल बहुत सुंदर होती है और यह आपके किचन गार्डन की शोभा बढ़ा देती है। साथ ही, जब उस पर हरे या काले अंगूरों के गुच्छे लटकते हैं, तो उसका दृश्य किसी प्राकृतिक सजावट से कम नहीं लगता। आइए जानते हैं कैसे आप अपने छोटे से गार्डन में अंगूर उगा सकते हैं।
गमले को हमेशा धूप में रखे
सबसे पहले बात करते हैं जगह की अंगूर की बेल को भरपूर धूप चाहिए। अगर आप छत या बालकनी में पौधा लगाने की सोच रहे हैं, तो ध्यान रखें कि वहां रोज़ कम से कम 6 से 8 घंटे धूप आती हो। धूप की कमी होने पर बेल तो बढ़ेगी, लेकिन फल कम आएंगे।
सही मिट्टी और गमले का उपयोग करे
अंगूर को लिए ऐसी मिट्टी उपयुक्त है, जो हल्की और जल निकासी वाली हो। बहुत भारी या चिकनी मिट्टी में यह पौधा ठीक से नहीं बढ़ पाता। मिट्टी तैयार करते समय उसमें बगीचे की मिट्टी, गोबर की खाद या कंपोस्ट और थोड़ी रेत मिलाएं। इससे पौधे को पोषण मिलेगा और पानी भी सही तरह से निकलेगा। गमले का आकार कम से कम 18 से 24 इंच गहरा होना चाहिए ताकि बेल की जड़ों को फैलने की पूरी जगह मिल सके।
नर्सरी से भी खरीदे पौधे
आप नर्सरी से अंगुर का बेल ला सकते है। अगर आप नर्सरी से पौधा नहीं लाना चाहते, तो पुराने बेल की कटिंग से भी नया पौधा तैयार कर सकते हैं। लगभग 8 से 10 इंच लंबी टहनी लें, जिसमें 3-4 कली हों। इसे मिट्टी में दो-तीन इंच तक दबा दें और ऊपर से हल्का पानी दें। अंगूर के पौधे को बहुत ज्यादा पानी पसंद नहीं है। मिट्टी हमेशा हल्की गीली रहनी चाहिए, लेकिन पानी कभी जमा नहीं होना चाहिए। गर्मियों में दो दिन में एक बार और सर्दियों में हफ्ते में एक बार पानी देना पर्याप्त होता है। जैसे-जैसे बेल बढ़ती है, उसे सहारे की जरूरत पड़ती है।