
नई दिल्ली। धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर के किसान भी अब खेती की नई टेक्निक का प्रयोग करके फायदा हासिल कर रहे हैं। इन किसानों की आर्थिक स्थिति बदल रही है और साथ ही ये अब देश के बाकी किसानों को भी प्रेरणा देने लगे हैं। कश्मीर के किसान भी अब ब्रोकली और लेट्यूस जैसी सब्जियां उगाने लगे हैं। हाइड्रोपोनिक खेती के जरिये वो अब अपने खेत को अच्छी इनकम के बेहतर साधन में तब्दील करते जा रहे हैं।
कम निवेश में बंपर प्रॉफिट
कश्मीर मॉनिटर की रिपोर्ट में कृषि विज्ञान में स्नातक समीर अहमद भट के हवाले से लिखा है कि वह हमेशा से ही विदेशी सब्जियां उगाने के लिए अपने ज्ञान का प्रयोग करने का सपना देखते थे। लेकिन पर्याप्त भूमि की कमी हमेशा उनके लिए चिंता का विषय रही। साल 2023 में ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने के तुरंत बाद, उन्होंने एक फर्म से संपर्क किया। इस फर्म के पास हाइड्रोपोनिक खेती में विशेषज्ञता थी। आज उनकी गिनती उन सफल किसानों में होती है जो स्थानीय सब्जियों के अलावा ब्रोकली और लेट्यूस सहित कई तरह की विदेशी सब्जियां उगा रहे हैं।
कश्मीर में हाइड्रोपोनिक खेती का ट्रेंड
पिछले कुछ सालों में कश्मीर में हाइड्रोपोनिक खेती में तेजी से इजाफा हुआ है। इस तरह की खेती ज्यादातर श्रीनगर में की जाती है, जहां किसानों के पास फसल उगाने के लिए सीमित जमीन है। हाइड्रोपोनिक्स एक मिट्टी रहित खेती पद्धति है जिसमें फसल उगाने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर पानी का उपयोग किया जाता है।