
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में तीन पॉली हाउस बनाने की स्वीकृति मिल गई है। इनके निर्माण पर 1.20 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। पॉली हाउस बनवाने पर राज्य सरकार की ओर से 50 फीसदी की सब्सिडी मिलेगी। यह तीनों पॉली हाउस जिला उद्यान विभाग की ओर से स्वीकृत कराए गए हैं। जिले के उद्यान अधिकारी दिनेश कुमार अरुण के अनुसार एकीकृत बागवानी मिशन के तहत पॉली हाउस का निर्माण कराया जाता है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को संरक्षित खेती के माध्यम से अधिक मुनाफा कमाने में मदद करना है। चार हजार वर्ग मीटर के एक पाली हाउस के निर्माण पर 40 लाख रुपये खर्च होंगे। इसमें से 50 फीसदी राशि सरकार की ओर से सब्सिडी के तौर पर उपलब्ध कराई जाएगी।
पॉली हाउस से अधिक मुनाफा
बता दें कि पॉली हाउस में खेती करने से अधिक मुनाफा प्राप्त किया जा सकता है। पॉली हाउस का उपयोग नर्सरी तैयार करने के लिए भी किया जाता है। इसमें बेमौसमी फूलगोभी, बंदगोभी, शिमला मिर्च, खीरा, ककड़ी, भिंडी, टमाटर व परवल आदि सब्जियों की खेती की जा सकती है। उद्यान विभाग के अधिकारी के अनुसार पॉली हाउस एक प्रकार का ग्रीनहाउस है। जहां विशेष प्रकार की पॉलीथिन शीट का उपयोग कवरिंग सामग्री के रूप में किया जाता है। इसके तहत फसलों को आंशिक रूप या पूरी तरह से नियंत्रित जलवायु परिस्थितियों में उगाया जा सकता है।
पॉली हाउस क्या है?
पॉली हाउस एक तरह का ग्रीनहाउस है जिसमें पॉलीथीन शीट का इस्तेमाल होता है और जो फसलों को नियंत्रित, सुरक्षित वातावरण में उगाता है। यह किसानों को बाहरी मौसम, कीटों और बीमारियों से बचाकर उच्च गुणवत्ता वाली पैदावार लेने में मदद करता है, और यह पारंपरिक खेती की तुलना में दोगुनी पैदावार दे सकता है।