
नई दिल्ली।उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के भादर गांव निवासी आराधना सिंह राधेरानी स्वयं सहायता समूह व अमर संकुल संघ से जुड़कर दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी हैं। आराधना सिंह नर्सरी व कृषि फार्मिंग कर वह स्वयं आत्मनिर्भर बनने के साथ ही दूसरी महिलाओं को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर आत्मनिर्भर बन रही है।
नर्सरी विकास के क्षेत्र में बेहतर कार्य
आराधना के अनुसार वह समूह से जुड़ने के बाद गांव की महिलाओं को साथ लेकर स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण लिया था। बताया कि वह नर्सरी विकास, कृषि फार्मिंग व सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में कार्य कर रही हैं। उन्होंने स्वयं सहायता समूह के साथ जुड़ कर पहले खेत में नर्सरी की स्थापना के साथ ही मौसमी सब्जी का उत्पादन शुरू किया। इसकी बिक्री स्थानीय बाजार में करने से उन्हें अच्छी आमदनी होने लगी।
नर्सरी विकास से आर्थिक स्थिति मजबूत
नर्सरी विकास से उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ की साथ ही गांव की अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा मिली। वह भी उनके समूह के साथ मिलकर मौसमी सब्जियों को पैदाकर उन्हें बाजार में बेचने लगी। इसके लिए उनके समूह ने गांव के साथ ही अन्य क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं को भी नर्सरी स्थापना करने के साथ कृषि फार्मिंग और मौसमी सब्जी उत्पादन का प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाया। वह कृषि फार्मिंग और मौसमी सब्जी उत्पादन कर आज अच्छी आमदनी कर महिलाओं व अन्य किसानों को इसके बारे में जानकारी दे रही हैं।