
नई दिल्ली। देशभर की सेब मंडियों में हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले का सेब धूम मचा रहा है। जिले के सेब की मिठास, स्वाद और बेहतरीन गुणवत्ता के चलते ज्यादा मांग है। इन दिनों जिले के पूह और कल्पा ब्लॉक में सेब सीजन जोरों पर है। बागवानों को मंडियों में बेहतर दाम मिलने से चेहरे खिले हुए हैं। उन्हें 22 किलोग्राम पेटी के लिए 2,500 से 2,800 रुपये तक कीमत मिल रही है। जिले में सेब सीजन आमतौर पर नवंबर तक चलता है।
पिछले साल की तुलना में बेहतर दाम
कल्पा से 4,71,798 और पूह से 4,39,504 पेटियां भेजी जा चुकी हैं। इसके अलावा एपीएमसी और एचपीएमसी ने बागवानों से 8450 बोरियां भी खरीदी हैं। इस साल यूनिवर्सल कार्टन लागू होने के कारण सेब की एक पेटी 22 किलोग्राम पैकिंग में बिक रही है। गिफ्ट पैक की कीमत 1100 से 1500 रुपये है। बागवान रतनपुर, शिमला, सोलन, चंडीगढ़/पिंजौर, दिल्ली, मुंबई विथल, सैंज, खेगसू, मतियाना, और नारकंडा मंडियों में अपनी सेब बेचने जा रहे हैं। बागवानों ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस बार किन्नौर के सेब को बेहतर दाम मिल रहे है।
पिछले साल के मुकाबले सेब कम
पिछले साल किन्नौर जिले में 48.31 लाख पेटियों का उत्पादन हुआ था। वहीं इस वर्ष 33 लाख पेटियों का अनुमान है। इस बार मई में भावावैली में हुई ओलावृष्टि और मौसम में फेरबदल के कारण उत्पादन घटा है। इस हिसाब से लगभग 15 लाख पेटियों की कमी होने की संभावना है। डॉ. नेगी ने बताया कि असली स्थिति सेब सीजन के समाप्त होने के बाद ही स्पष्ट होगी।