
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में पहले बहुत बारिश ने सेब के किसानों को परेशान किया और अब समय से पहले हुई बर्फबारी मुसीबत बन गई है। असमय बर्फबारी ने लाहौल-स्पीति जिले की लाहौल घाटी में सेब के किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। सेब के कई पेड़ जो फलों से लदे हुए थे, अब उनकी डालियां बर्फ के भार से टूट रही हैं। क्षेत्र में सेब की फसल, जो कटाई के लिए तैयार थी, अब गंभीर नुकसान के खतरे का सामना कर रही है।
किसानों की चिंताएं बढ़ीं
रविवार से शुरू हुईबर्फबारी आज भी जारी है, जिससे ऊंचाई वाले और निचले इलाकों दोनों प्रभावित हुए हैं। क्षेत्र के सेब बागवान चिंतित हैं क्योंकि बर्फबारी कटाई के मौसम से ठीक पहले आई है। बर्फ ने सेब के पेड़ों की शाखाओं को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। इसकी वजह से न सिर्फ फसल का नुकसान हो सकता है बल्कि बागों को लंबा नुकसान भी पहुंच सकता है।
जारी रहेगी बर्फबारी
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने जिले में 5 से 7 अक्टूबर तक भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी है। जिला मुख्यालय केलॉन्ग में भी सोमवार को हल्की बर्फबारी हुई। इससे तापमान में भारी गिरावट आई और पूरे क्षेत्र में सर्दी की लहर बढ़ गई। बर्फबारी को लेकर पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए सुरक्षा निर्देश भी जारी किए गए हैं। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वो गैर-जरूरी यात्रा करने से बचें, यात्रा शुरू करने से पहले सड़क और मौसम की स्थिति की जानकारी लें, वाहनों को ढलानों और नदियों के किनारों से सुरक्षित स्थानों पर पार्क करें।