किसानों के लिए कुबेर का खजाना है यह पौधा, खेती पर मिल रहा 50% अनुदान

    08-Oct-2025
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नई दिल्ली। बिहार के समस्तीपुर जिले के किसानों के लिए कृषि विभाग ने पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष योजना शुरू की है। जिससे किसान पारंपरिक फसलों से हटकर आय का नया साधन अपना रहे है।जिले में मगही और देसी पान की गुणवत्ता को देखते हुए विभाग ने यह पहल की है। खास बात यह है कि इस योजना के तहत सरकार किसानों को पान की खेती पर 50% तक का अनुदान भी दे रही है। जलवायु और मिट्टी की अनुकूलता को देखते हुए समस्तीपुर पान उत्पादन के लिए उपयुक्त माना जा रहा है। यह योजना न सिर्फ आय बढ़ाएगी, बल्कि क्षेत्र में वैकल्पिक रोजगार का नया द्वार भी खोलेगी।  

किसानों को मिलेगी मदद

पान की खेती में सरकार की तरफ से मिलने वाला अनुदान किसानों को काफी राहत देगा। प्रति 100 वर्ग मीटर क्षेत्र में मगही या देसी पान की खेती करने पर लगभग ₹2,3,500 की लागत आती है। इस लागत में से सरकार किसानों को लगभग ₹11750 की आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है। यानी किसान आधे खर्च में इस लाभकारी फसल की खेती शुरू कर सकते हैं। जो भी किसान इस योजना से लाभ लेना चाहते हैं, वे अपने क्षेत्र के कृषि समन्वयक या नजदीकी कृषि कार्यालय से संपर्क कर आवेदन प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

 रोजगार और आय बढ़ाने में होगी बड़ी मदद

यह योजना न सिर्फ किसानों को नई दिशा देगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार भी बढ़ाएगी। पान की खेती एक मेहनत और धैर्य से जुड़ा कार्य है, जिसमें श्रमिकों की आवश्यकता होती है। ऐसे में छोटे किसान परिवार के सभी सदस्य इस कार्य में योगदान कर सकते हैं और घर बैठे अतिरिक्त आमदनी कर सकते हैं। साथ ही, यदि इसकी मार्केटिंग और प्रोसेसिंग को बढ़ावा मिले, तो पान आधारित उद्यम भी विकसित किए जा सकते हैं। सरकार की यह पहल किसानों को आत्मनिर्भर बनाने, खेती को मुनाफे का सौदा बनाने और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।