जानें कैसे ड्रैगन फ्रूट लेडी के नाम से प्रसिद्ध हुई महिला किसान रीवा सूद

    09-Oct-2025
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नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश की रहने वाली महिला किसान रीवा सूद को राज्य में लोग ड्रैगन फ्रूट लेडी के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 2016 से में कृषि-बागवानी में कदम रखा। आर्थिक अभाव के कारण रीवा सूद ने 'ड्रैगन फ्रूट की बागवानी करने का फैसला किया। सूद ने दिल्ली छोड़कर हिमाचल प्रदेश के ऊना ज़िले के ग्रामीण इलाकों का रुख किया और जहर मुक्त खेतीको अपनाया। उन्होंने 70 एकड़ बंजर और पथरीली ज़मीन पर बिना रसायन के खेती शुरू की, जिसमें ड्रिप सिंचाई, जीवामृत और वर्मी कम्पोस्ट जैसी पर्यावरण-हितैषी तकनीकों का इस्तेमाल किया। उनका सपना था खेती को सेहत और सशक्तिकरण का ज़रिया बनाना।

 ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की

2018 में रीवा सूद ने एक ऐसा कदम उठाया, जिसने हिमाचल में खेती की दिशा ही बदल दी। उन्होंने ऊना ज़िले में पहली बार ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की। उस समय यह फल ना ही स्थानीय लोगों के लिए जाना-पहचाना था और ना ही किसी ने यह सोचा था कि सूखी ज़मीन पर इसकी खेती संभव है। लेकिन रीवा ने 30,000 से ज़्यादा ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए और साबित किया कि बंजर ज़मीन भी सोना उगल सकती है। उन्होंने ड्रैगन फ्रूट के साथ-साथ अश्वगंधा, तुलसी, कालमेघ, सर्पगंधा, मोरिंगा, काली गेहूं और हल्दी जैसी औषधीय और हर्बल फसलों की मिश्रित खेती भी शुरू की, जिससे उन्हे खुब लाभ प्राप्त हुआ।

 महिलाओं को सशक्त बनाया

रीवा सूद का एक और बड़ा सपना था की गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना। 2021 में उन्होंने Him 2 Hum Farmers Producer Company Ltd नाम से एक महिला संचालित एफपीओ शुरू किया, जिसे NABARD और आयुष मंत्रालय की औषधीय पादप बोर्ड का सहयोग मिला। आज 300 से अधिक महिलाएं इस एफपीओ से जुड़ी हैं और अश्वगंधा, तुलसी, मोरिंगा और ड्रैगन फ्रूट की खेती में सक्रिय हैं।