
नई दिल्ली। पढ़ाई पूरी होने के बाद जब युवाओं को मनचाही नौकरी नहीं मिलती है, तो वे हार मान घर बैठ जाते हैं। उत्तर प्रदेश को बलिया जिले के एक युवा किसान ने भी ऐसी ही हालात से गुजरा। लेकिन हार मानने के बजाय अपनी सोच बदलकर सफलता की नई कहानी लिख दी। यह किसान फूलों की खेती से अपनी किस्मत ही बदल डाली। जिले के रसड़ा के कमसीपुर निवासी किसान अखिलेश सैनी बी.ए. तक पढाई किए है। उन्हें जब नौकरी नहीं मिली, तो उन्होंने खेती के तरफ रुख किया। इस किसान ने धान और गेहूं की खेती से शुरुआत की, लेकिन लगातार घाटा का सामना करना पड़ा। बाद में उन्होंने पारंपरिक खेती को छोड़कर गेंदा के फूलों की खेती करने का फैसला लिया। आज वे गेंदा फूल की खेती से बेहतर पैसा कमा रहे हैं।
10 बीघा जमीन में गेंदा की खेती
अखिलेश सैनी माली समुदाय से हैं और उनके पूर्वज भी कभी फूलों की खेती किया करते थे। उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने करीब 10 बीघा जमीन में गेंदा की खेती की। कहा कि रोपाई के लगभग 60 दिन बाद पौधों पर फूल आने लगे और हर चौथे दिन तुड़ाई के लिए फूल तैयार हो जाते है। एक बीघा से करीब 40 से 50 हजार रुपये की शुद्ध आमदनी हो जाती है। इस तरह 10 बीघा में सालाना करीब 5 लाख रुपये की कमाई हो सकती है। अखिलेश गेंदा फूल की खेती 6 साल से कर रहे हैं।