
नई दिल्ली। ज्यादा गर्मी और ज्यादा ठंडी की तीखी धूप न सिर्फ इंसानों को परेशान करती है, बल्कि हमारे गार्डन के हरे-भरे पौधों को भी खराब कर देती है। तीखी धूप की वजह से कई पौधे मुरझा जाते हैं, तो कुछ के पत्ते झुलस जाते है। इन्हीं में से एक सदाबहार का पौधा भी है। ऐसे तो सदाबहार का पौधा 12 महीने खिला रहता है और फूलों की बारिश करता है। लेकिन,ठंड के दिनों में सदाबहार का पौधा मुरझाने लगता है।
सदाबहार के पौधे को ठंड से बचाए
सदाबहार के पौधे के मुरझाने की वजह ज्यादा पाला और अत्यधिक शीतलहर है।ज्यादा मात्रा में पानी देने से सदाबहार का पौधा अपने आप मुरझा जाता है। ऐसे में मुरझाए पौधे को देखना आपका मन उदास कर सकता है। लेकिन, आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि थोड़ी-सी देखभाल से आपका सदाबहार का पौधा हरा-भरा ही नहीं, फूलों से लदा भी हो सकता है।
इन बातों का रखे ध्यान
सर्दियों में सदाबहार पौधों को कुछ नुकसान पहुँचना आम बात है। शुष्क हवाएँ, जमा देने वाला तापमान और भारी बर्फबारी के कारण शाखाएँ टूट सकती हैं, और सुइयाँ पीली या भूरी हो सकती हैं। अगर आपका पेड़ तेज़ हवा से टकरा रहा है, सूखा हुआ लग रहा है, या सर्दियों से पहले ही गमले में लगाया गया था, तो नमी बनाए रखने और सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करने के लिए एक एंटी-डेसिकेंट स्प्रे का इस्तेमाल करें।
चौड़ा गमला का प्रयोग करें
इसके अलावा, जड़ों की लंबाई से कम और दो गुना चौड़ा गमला चुनें और पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी का प्रयोग करें।अच्छी जल निकासी वाली गमले का इस्तेमाल करना बेहतर माना ताजा है। कई सदाबहार पौधे एक ही कंटेनर में वर्षों तक हरा-भरा रख सकते हैं।