
नई दिल्ली। कुशीनगर के कसया में बागवानी में वैज्ञानिक तकनीकी से पपीते की खेती कर किसान एक एकड़ में 7 से 8 लाख रुपये की आमदनी कर आर्थिक आय बढ़ा रहे हैं। प्रगतिशील किसान जयसिंह कुशवाहा ने यह बातें नगरपालिका परिषद कुशीनगर स्थित सिसवा महंथ चौराहे पर खेती किसानी को लेकर आयोजित एक चर्चा में कही। गन्ना किसान संस्थान प्रशिक्षण केन्द्र पिपराइच, गोरखपुर के पूर्व सहायक निदेशक ओमप्रकाश गुप्ता के पपीता की खेती, प्रजाति, बुआई और लागत के बाबत पूछे सवालों का उत्तर देते हुए उन्होंने बताया कि पपीता प्रजाति वेलकम कंपनी -46 है। पौधा की बुआई एक अप्रैल को किया। एक पौधे में 70 से 80 किलो, किसी किसी में 90 से 100 तक उपज हुई है। उन्होंने बताया कि अभी हाल में कृषि विशेषज्ञ सहित किसानों ने मेरी बागवानी में पपीते व सब्जी की खेती देखी। पपीता खेत से ही 25 रुपए किलो बिक जा रहा है।
कुशीनगर में हो रही है बागवानी
कुशीनगर में बागवानी की विभिन्न गतिविधियाँ हो रही हैं, जिसमें विशेष रूप से केले की खेती प्रमुख है, जिसे एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, प्रदेश सरकार द्वारा बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए कई सरकारी योजनाएं भी संचालित की जा रही हैं, जिनसे किसान लाभ उठा सकते हैं।इसी के साथ जिले के कई किसान अब पपीते की बागवानी कर रहे हैं।