जहां चक्रवात लाते थे बर्बादी, आज वहां खिल रहे करोड़ों की फूल

    20-Nov-2025
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नई दिल्ली। ओडिशा के गंजम जिले का एक छोटा सा गांव रालाबा आज पूरे देश के लिए एक मिसाल बन गया है। कभी धान और सब्जी की पारंपरिक खेती करने वाला यह गांव अब रजनीगंधा के फूलों की महक से गुलजार है। वैज्ञानिक तरीकों और संस्थागत सहयोग की मदद से यहां के किसानों ने फूलों की खेती को अपनाकर अपनी तकदीर बदल दी है।

किसान की सफलता से उम्मीद की किरण

दशकों तक रालाबा के किसान धान, सब्जी और पान की खेती पर निर्भर थे। लेकिन बार-बार आने वाले चक्रवातों ने उनकी कमर तोड़ दी थी। ऐसे में एक प्रगतिशील किसान झुमर दलेई ने कृषि विभाग की मदद से आधे एकड़ जमीन पर रजनीगंधा की खेती शुरू की। उनकी इस सफलता ने गांव के दूसरे किसानों को भी प्रेरित किया और धीरे-धीरे पूरे गांव ने सब्जियों की जगह रजनीगंधा के फूलों को अपनी मुख्य फसल बना लिया।

सालाना सवा करोड़ का कारोबार

आज रालाबा और उसके आसपास के लगभग 35 हेक्टेयर क्षेत्र में रजनीगंधा की खेती हो रही है। इससे करीब 100 किसान परिवारों को एक स्थिर आजीविका मिली है। यहां के फूल कोलकाता, भुवनेश्वर, कटक, पुरी और राउरकेला जैसे बड़े बाजारों तक पहुंच रहे हैं। त्योहारों और शादियों के मौसम में इनकी मांग और भी बढ़ जाती है, जिससे किसानों की आमदनी में भारी इजाफा होता है।