सोनीपत और रोहतक में पराली जलाने पर सख्ती, कई किसानों पर FIR दर्ज

    21-Nov-2025
Total Views |

नई दिल्ली। हरियाणा के सोनीपत जिले में हवा की क्वालिटी खतरनाक स्तर पर बनी हुई है, इसके बावजूद किसान अपने खेतों में पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कृषि विभाग की टीम लगातार गांवों में जाकर किसानों को जागरूक कर रही है, लेकिन कई स्थानों पर किसान नियमों का पालन नहीं कर रहे। इसके अलावा, हरियाणा के और भी कई इलाके हैं जहां पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने सख्ती दिखाई है और किसानों को जागरूक करने के साथ कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।

9 किसानों पर FIR और दो फसलों की MSP पर रोक 

गोहाना में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने पराली जलाने के मामलों में सख्त कदम उठाते हुए 9 किसानों पर FIR दर्ज करवाई है। विभाग ने इन किसानों पर प्रति एकड़ जुर्माना लगाने के साथ उनकी दो फसलों को MSP पर बेचने पर रोक भी लगा दी है। गोहाना कृषि विभाग के SDO राजेंद्र कुमार के अनुसार धान की कटाई के बाद किसान गेहूं की बिजाई शुरू कर देते हैं, और इस बार क्षेत्र में लगभग 50% गेहूं की बिजाई पूरी हो चुकी है। सेटेलाइट से 45 लोकेशन चिन्हित हुईं, लेकिन मौके पर 9 ही मामले वेरिफाई मिले। सख्ती के बावजूद पराली जलाने की घटनाएं सामने आ रही हैं। गांवों में जागरुकता अभियान चलाने से किसानों ने पराली प्रबंधन पर अधिक ध्यान दिया है।

रोहतक में 5 किसानों पर 37FIR

रोहतक जिले में भी पराली जलाने पर कार्रवाई जारी है। जिला कृषि अधिकारी सुरेंद्र मलिक ने बताया कि जिले में अब तक 37 पराली जलाने के केस सेटेलाइट से चिन्हित किए गए हैं, जिनमें से मौके पर 5 किसानों को पराली जलाते पाया गया। इन सभी पर FIR दर्ज करवाई गई है और रेड एंट्री के साथ जुर्माना लगाया गया है। हरसेक क्षेत्र में 5 मामले और नान-हरसेक में 4 मामले सामने आए, जिन पर सरकारी निर्देशों के तहत जुर्माना और MSP पर दो फसलों की रोक लगाई गई है।