MP में इन औषधिय पौधे की खेती पर सरकार देगी 50% तक सब्सिडी

    26-Nov-2025
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नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में किसानों के लिए इन दिनों बड़ा मौका है। सरकार औषधीय फसलों की खेती में किसानों को नया रास्ता दे रही है। इस दिशा में किसानों को प्रोत्साहन मिल रहा है। कई औषधीय फसलों पर 50% तक सब्सिडी दी जा रही है। यानी किसान कम खर्च में खेती शुरू कर सकते हैं और ज्यादा फायदा कमा सकते हैं। प्रदेश में लगभग 46 हजार 837 हेक्टेयर जमीन पर औषधीय फसलें उगाई जा रही हैं। इनमें सफेद मूसली, ईसबगोल, तुलसी, अश्वगंधा, कोलियस जैसी फसलें शामिल हैं।

क्यों बढ़ रही है औषधीय फसलों की मांग

आजकल आयुर्वेद, हर्बल दवाइयों और प्राकृतिक उत्पादों का चलन तेजी से बढ़ा है। बड़ी कंपनियां भी लगातार इन फसलों की खरीद कर रही हैं। खास बात ये कि इन फसलों को ज्यादा पानी, खाद या कीटनाशक की जरूरत नहीं पड़ती। लागत कम आती है और बाजार में दाम अच्छे मिलते हैं। खंडवा जिले के अमलपुरा और आसपास के आदिवासी इलाकों में महिलाएं और पुरुष मिलकर तुलसी, अश्वगंधा, सफेद मूसली और ईसबगोल की खेती कर रहे हैं।सफेद मूसली, ईसबगोल, तुलसी, अश्वगंधा, कोलियस अन्य चयनित औषधीय फसलें हैं। इन फसलों के बीज, पौध, ड्रिप सिस्टम, जैविक खाद व अन्य जरूरी चीजों पर 50% तक का अनुदान दिया जा रहा है।

कैसे मिलेगा सब्सिडी का फायदा

किसान को अपने जिले के कृषि विभाग या उद्यानिकी विभाग में संपर्क करना होता है।

विभाग की ओर से औषधीय फसल लगाने के लिए फार्म भरा जाता है।

निर्धारित शर्तें पूरी होने पर किसान को सीधे बैंक खाते में सब्सिडी मिलती है।