दिसंबर के महीने में करें इस विदेशी फूल की खेती, दो महीने में होगी लाखों की आमदनी

    29-Nov-2025
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नई दिल्ली। आज के समय में कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली खेती की तलाश हर किसान करता है। परंपरागत फसलों की तुलना में विदेशी फूलों की खेती किसानों को कम समय में अधिक लाभ दे रही है। ऐसी ही एक फसल है लिली की खेती, जिसे दिसंबर के महीने में लगाकर किसान सिर्फ दो महीनों में लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं. कम समय, कम मेहनत और बाजार में ज्‍यादा मांग, इन तीनों वजहों से लिली भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रही है।

क्यों करें लिली की खेती?

लिली एक विदेशी फूल है जिसकी मांग शादी-पार्टी, होटल, डेकोरेशन और बुक्वे उद्योग में हमेशा बनी रहती है। खासकर दिसंबर से मार्च के बीच लिली की मांग कई गुना बढ़ जाती है। इसकी शेल्फ लाइफ अच्छी होती है और यह लंबे समय तक ताजा बनी रहती है, इस वजह से व्यापारी और उपभोक्ता दोनों इसे अधिक पसंद करते हैं।

दिसंबर में खेती क्यों फायदेमंद?

दिसंबर का महीना लिली की खेती के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस समय तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है से तेज अंकुरण और फूल आने के लिए आदर्श है। ठंडे मौसम में पौधे स्वस्थ रहते हैं और फूलों का आकार बड़ा आता है। जनवरी के अंत या फरवरी में फूल तैयार हो जाते हैं, जब बाजार में फूलों की कीमतें अधिक होती हैं।

कैसे करें लिली की खेती?

हल्की दोमट या रेतीली दोमट मिट्टी में लिली का उत्पादन उत्तम होता है। खेत में अच्छी ड्रेनेज होनी चाहिए ताकि पानी जमा न हो। लिली की खेती बल्बों से होती है। एक बीघा जमीन में लगभग 3540 हजार बल्ब लगाने की आवश्यकता होती है। बल्बों को 1012 सेमी गहराई पर 1520 सेमी की दूरी पर लगाया जाता है।