नर्सरी और उसके व्यावसायिक महत्व विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 11 नवंबर से

    03-Nov-2025
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नई दिल्ली। कृषि विज्ञान केंद्र भोजपुर में बगीचा एवं नर्सरी देखरेख और प्रबंधन के संबंध में ग्रामीण क्षेत्र के युवक-युवतियों को जानकारी देने के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू होने वाला है। शिविर का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र भोजपुर में 11 नवंबर से 15 नवंबर तक किया जाएगा। नर्सरी और बागवानी का प्रशिक्षण लेकर ग्रामीण क्षेत्र के युवक-युवतियां आत्मनिर्भर बन सकते हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में अच्छी आमदनी की संभावना है। उद्यान प्रेमी स्वयं नर्सरी लगाकर अच्छी कमाई भी कर सकते हैं।

 योजना की दी गई जानकारी

प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभागियों को नर्सरी और बगीचे के लिए जगह का चयन और तैयारी, बगीचे की योजना, बीज बोने के समय, बगीचे की देखभाल, रखरखाव और कीट प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी। पहले दिन बताया जाएगा कि सब्जी या फल की नर्सरी एक ऐसी जगह होती है, जहां पौधों की शुरुआती वृद्धि के दौरान देखभाल की जाती है। पौधों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए नियमित छंटाई, खाद और कीट नियंत्रण जैसे काम जरूरी हैं।

नर्सरी प्रबंधन के लाभ को बताया

ये उपाय बीमारियों और कीटों को फैलने से रोकने में मदद करते हैं और पौधों को पोषक तत्व और पानी मिलना सुनिश्चित करते हैं। यहां यह भी बताया गया कि नर्सरी प्रबंधन से कई लाभ हैं। नर्सरी से उगाई गई फसल जल्दी पकती है और बाजार में इसकी कीमत अधिक मिलती है, जिससे यह आर्थिक रूप से लाभदायक है।