आंवला किंग बने रिटायर्ड DC, बागवानी से बदली जिंदगी

    06-Nov-2025
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नई दिल्ली। अगर मन में कुछ कर गुजरने की चाह हो तो न हालात मायने रखते हैं, न उम्र. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है राजस्थान के करौली जिले के बीजलपुर गांव के किसान और आयकर विभाग के रिटायर्ड डिप्टी कमिश्नर जगन मीणा ने सरकारी नौकरी के साथ-साथ खेती में नवाचार कर उन्होंने वो मिसाल कायम की, जो आज पूरे प्रदेश के किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बनी हुई है।

45 बीघा में करते हैं बागवानी

करीब 25 साल पहले, जब आंवले की बागवानी का नाम भी कम ही लोग जानते थे, तब जगन मीणा ने अपनी 45 बीघा जमीन पर प्रतापगढ़ से 2800 पौधे लाकर बागवानी की शुरुआत की थी। आज रिटायरमेंट के बाद यही बागवानी उनकी पहचान बन चुकी है।खेती के इस नवाचार ने न केवल उनकी आमदनी कई गुना बढ़ाई, बल्कि क्षेत्र के दर्जनों लोगों को वह अब रोजगार भी दें रहें है।

सन 2000 से करते हैं बागवानी

जगन मीणा ने सन 2000 में पारंपरिक खेती छोड़ आंवले की बागवानी की ओर रुख किया था। उस वक्त पारंपरिक खेती में न लाभ था, न रुझान। हमने देखा कि पारंपरिक खेती में मेहनत तो बहुत है लेकिन आमदनी कम है। इसलिए मैंने जोखिम उठाकर आंवले की खेती शुरू की। और यह निर्णय आज मेरी ज़िंदगी का सबसे सफल कदम साबित हुआ।