सिद्धार्थनगर जिलें में एकीकृत बागबानी विकास मिशन योजना वर्ष 2025-26 के भौतिक और वित्तीय लक्ष्य घटा

    06-Nov-2025
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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिलें में उद्यान विभाग के माध्यम से एकीकृत बागबानी विकास मिशन योजना वर्ष 2025-26 के भौतिक और वित्तीय लक्ष्य को घटा दिया गया है। इससे रबी सीजन में प्याज, लहसुन व केला की खेती किसानी करने वाले किसानों को झटका लगा है। ऐसे में किसानों के आय दुगना नहीं वित्तीय वर्ष में केला टिश्यू कल्चर के रकबा का लक्ष्य पिछले वर्ष के अपेक्षा 136 हेक्टेयर से घटाकर 25 हेक्टेयर और प्याज का रकबा 193 से मात्र चार हेक्टेयर कर दिया है। लहसुन के खेती किसानी करने वाले किसानों को सबसे अधिक झटका लगा है।

रकबा पहले से कम

348 हेक्टेयर वित्तीय वर्ष 2024-25 में था। इसे भी घटाकर मात्र पांच हेक्टेयर में सीमित कर दिया है। ऐसे में इन फसलों की खेती करने वाले जिले के किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा।सब्जी की खेती करने वाले का कहना है कि विभाग से सहयोग नहीं मिलने से निजी खेती करने में लागत बहुत बढ़ जाएगी, जिससे केला, की खेती करना कठिन होगा।

बागवानी विभाग करकी सहायता

सिद्धार्थनगर की बागवानी विभाग किसानों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सहायता प्रदान करती है। इन योजनाओं में बागवानी फसलों की खेती के लिए आर्थिक अनुदान, जैसे कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन और राज्य सरकार की योजनाएं शामिल हैं। ये सहायता वित्तीय और तकनीकी रूप से किसानों को बागवानी में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है।