
नई दिल्ली। बिहार के छपरा जिले के किसान अब नकदी फसल में कुछ अलग खेती कर रहे हैं, जिससे उन्हें अच्छी कमाई हो रही है। इसके साथ ही क्षेत्र के अन्य किसान भी इस प्रकार की खेती देखकर नए तरीके अपनाने के लिए जागरूक हो रहे हैं। छपरा के किसान अब हरी सब्जियों के साथ-साथ फूलों की खेती भी प्राकृतिक विधि से कर रहे हैं। इन फूलों की मार्केट में पूरे साल मांग बनी रहती है। जिले के मांझी प्रखंड के बागेंद्र प्रसाद जैविक विधि से खेती करते हैं, जिससे खेत की उर्वरक शक्ति में दिन-प्रतिदिन वृद्धि हो रही है। बागेंद्र प्रसाद विशेष तौर पर गेंदा फूल की खेती करते हैं। फूल की खेती में वे जैविक खाद का इस्तेमाल करते हैं। इससे पौधों में बहुत अच्छा फूल आता है, जो देखने में गुलदस्ते जैसा लगता है और उनमें बड़े पैमाने पर फूल आते हैं।
2016 से करते है गेंदा फूल की खेती
बागेंद्र प्रसाद के अनुसार वे जैविक विधि से खेती करते हैं, जिससे उनकी फसल काफी अच्छी होती है। हर साल वह गेंदा फूल की खेती करते हैं और इसमें प्राकृतिक खाद का उपयोग करते हैं। उन्होंने बताया कि 2016 से वे इस वैरायटी के गेंदा फूल की खेती कर रहे हैं और इसका परिणाम बहुत अच्छा आ रहा है।
गेंदा की खेती से बेहतर कमाई
गेंदा फूल की खेती से अच्छी कमाई के लिए सही किस्मों का चुनाव, उचित समय पर रोपाई और अच्छी मार्केटिंग बहुत ज़रूरी है। इस खेती से लाखों रुपये कमाए जा सकते हैं, क्योंकि गेंदा फूल की मांग साल भर बनी रहती है, खासकर मंदिरों और त्योहारों में। कम लागत और कम समय में फसल तैयार होने के कारण यह छोटे और सीमांत किसानों के लिए भी एक लाभदायक विकल्प है।