हिमाचल में सेब के जनक के पोते दिखा रहे बागवानों को राह

    08-Nov-2025
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नई दिल्ली। हिमाचल में सेब के जनक सत्यानंद स्टोक्स के पोते प्रदेश के बागवानों को राह दिखा रहे हैं। शिमला के थानाधार में जिस जगह सेब का पहला पौधा लगाया था, वहीं उनके पोते विजय स्टोक्स ने वैज्ञानिक पद्धति से बगीचा तैयार किया है। विजय स्टोक्स के थानाधार स्थित बगीचे में अभी भी पौधे सेब से लदे हैं। इस सेब सीजन में अल्टरनेरिया से जहां अगस्त में ही प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में सेब के पेड़ों से पत्ते झड़ गए थे, विजय स्टोक्स के बगीचे में इसका कोई प्रभाव नहीं दिखता।

 अमेरिका से आया था सेब के पौधा

हिमाचल में सेब की 5,000 करोड़ रुपये की आर्थिकी का श्रेय सत्यानंद स्टोक्स को जाता है। उन्होंने अमेरिका के लुसियाना से पौधे लाकर थानाधार के बारूबाग में 6 नवंबर 1916 को सेब का बगीचा तैयार किया था। सेब की तीन किस्मों रेड, रॉयल व गोल्डन डिलिशियस से हिमाचल में सेब बागवानी की शुरुआत हुई। सत्यानंद स्टोक्स का वास्तविक नाम सैमुअल एवास स्टोक्स था। उनका जन्म 16 अगस्त 1882 को अमेरिका में हुआ। उनके पिता इंजीनियर थे। सत्यानंद हिमाचल की पूर्व बागवानी मंत्री विद्या स्टोक्स के ससुर थे। सत्यानंद स्टोक्स ने दो बीघा जमीन पर सेब की व्यावसायिक खेती शुरू की थी