
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में राज्य के बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने प्रदेश में बागवानी विकास को नई दिशा देने वाली एचपी शिवा परियोजना की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रदेश की बागवानी के लिए गेम चेंजर साबित होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसानों को आधुनिक सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता कई गुना बढ़ सके। इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा के कार्यालय के मीटिंग हॉल में बैठक में सचिव बागवानी, निदेशक बागवानी, विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी और ठेकेदार मौजूद रहे। बैठक में सिंचाई योजनाओं, ड्रिप इरिगेशन, फील्ड प्रिपरेशन तथा सोलर फेंसिंग की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई।
बागवानी कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
बागवानी मंत्री नेगी ने कहा कि परियोजना कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी विभागों को पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए। उन्होंने फील्ड स्टाफ को नियमित मॉनिटरिंग करने, किसानों से संवाद बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने को कहा कि योजनाओं का सीधा लाभ बागवानों तक पहुंचे। उन्होंने जानकारी दी कि परियोजना के तहत कुल 142 सिंचाई योजनाएं चल रही हैं, जिनमें से 123 योजनाओं को इसी माह पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
बागवानी से जुड़ों लोगों ने भाग लिया
परियोजना के निदेशक डॉ. देवेंद्र ठाकुर ने बताया कि एचपी शिवा परियोजना के माध्यम से 6000 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करने का लक्ष्य है। इनमें से 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में कार्य प्रगति पर हैं। वर्तमान चरण में लगभग 3200 हेक्टेयर क्षेत्र को 31 दिसंबर 2025 से पहले पूरा किया जाएगा। बैठक में सचिव सी पॉल रासु, निदेशक उद्यान विभाग विनय सिंह, इंजीनियर-इन-चीफ जल शक्ति विभाग अंजू शर्मा, दीपक गर्ग मुख्य अभियंता, विशाल जसवाल उप परियोजना निदेशक और सात जिलों के उद्यान एवं जल शक्ति विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।