
नई दिल्ली। डॉ राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अधीनस्थ कृषि विज्ञान केंद्र बिरौली के सभागार में ग्रामीण युवक एवं युवतियों के लिए उच्च मूल्य वाली उद्यानिकी फसलों की खेती विषय पर चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का अध्यक्षता करते हुए केंद्र के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ आरके तिवारी ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य ग्रामीण युवाओं को अधिक लाभ देने वाली बागवानी फसलों की जानकारी देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना है।
बागवानी करने के लिए प्रेरित
कृषि और बागवानी विशेषज्ञों ने ग्रामीण युवाओं को कृषि क्षेत्र में उद्यमिता अपनाने के लिए प्रेरित किया।पारंपरिक खेती के साथ-साथ उच्च मूल्य वाली फसलों स्ट्राबेरी, शिमला मिर्च, ड्रैगन फ्रूट, बेमौसमी सब्जियों, मशरूम और फूलों की खेती पर ध्यान केंद्रित करके किसान अपनी आय को कई गुना बढ़ा सकते हैं। इस अवसर पर जोर दिया कि तकनीकी ज्ञान और बाजार की समझ आज के कृषि व्यवसाय की रीढ़ है।
बागवानी फसलों की खेती से मिलेगा उच्य मुल्य
इस चार दिवसीय प्रशिक्षण में युवाओं को उद्यानिकी विशेषज्ञ डॉ धीरु कुमार तिवारी ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने प्रतिभागियों को उच्च मूल्य वाली उद्यानिकी फसलों की खेती के बारे में की जाने वाली प्रबंधन तकनीकों पर प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण के दौरान उत्तम प्रभेदों, संतुलित पोषक तत्व प्रबंधन, सूक्ष्म सिंचाई, मल्चिंग व रोग एवं कीट प्रबंधन के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।