
नई दिल्ली।दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। बुधवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्समें हल्का सुधार दर्ज किया है, फिर भी ज्यादातर इलाकों में प्रदूषण की स्थित ‘खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। इसके अलावा 9 AQI मॉनिटरिंग सेंटर पर पॉल्यूशन रेड जोन में है, जहां AQI का स्तर 300 पार है। प्रदूषण का असर बड़े पैमाने पर लोगों के स्वास्थ्य पर भी देखने को मिल रहा है। इन दिनों गले में खराश, सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन जैसी समस्या बेहद आम हो गई है।
सुबह 6 बजे दिल्ली का ओवरऑल AQI-269 दर्ज
समीर ऐप के मुताबिक, बुधवार सुबह 6 बजे दिल्ली का ओवरऑल AQI-269 दर्ज किया है, जो कि पॉल्यूशन की ‘खराब’ में है। 40 एक्टिव मॉनिटरिंग सेंटर में से 28 पर ऑरेंज, 9 पर रेड और 3 पर प्रदूषण का येलो अलर्ट जारी किया है। दिल्ली का प्रदूषण मध्यम से बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है। NSIT द्वारका का AQI सबसे ज्यादा-324 दर्ज किया है, जो कि बहुत खराब कैटेगरी में है, जबकि आईजीआई एयरपोर्ट का AQI सबसे कम 171 का रिकॉर्ड किया है, जो कि पॉल्यूशन की मध्यम श्रेणी में आता है।
प्रदूषण से बच्चे और बुजूर्गों को सबसे ज्यादा खतरा
NCR में भी प्रदूषण गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। नोएडा में 277, ग्रेटर नोएडा में 239, गाजियाबाद में 271 और गुरुग्राम में 260 AQI रिकॉर्ड किया है, जो कि प्रदूषण की मध्यम खराब श्रेणी में आता है। दिल्ली-NCR में बढ़ते प्रदूषण के चलते अस्पताल में मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है। जहरीली हवा सबसे ज्यादा असर बच्चे, बूढ़े और श्वास जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों पर पड़ रहा है।