
नई दिल्ली। बिहार के छपरा के युवा किसान अपने कौशल और कृषि वैज्ञानिकों के सहयोग से खेती किसानी में काफी बेहतर काम कर रहे हैं। यहां के युवा किसान तो अब खुद से हाइब्रिड बाग-बगीचा, फूल और पौधा तैयार कर रहे हैं। इनकी डिमांड मार्केट में काफी ज्यादा है। जिले के बनियापुर प्रखंड अंतर्गत कराह गांव निवासी बंटी सिंह खुद से गुलाब फूल को हाइब्रिड में तब्दील करके एक बेहतर पौध तैयार करते हैं। उसकी कीमत मार्केट में काफी ज्यादा हो जाती है। मार्केट में गुलाब की कीमत 35 से 40 रुपये तक होती है। उसी फूल को हाइब्रिड बनाकर 250 से 300 रुपये में बेच सकते हैं औऱ लोग खरीदते भी हैं।
हाइब्रिड फूल तैयार करते हैं
बागवानी बंटी सिंह के अनुसार देसी गुलाब में फूल नहीं आता है उसे वह हाइब्रिड बनाकर उससे बड़े साइज के फूल तैयार कर लेते हैं। बंटी ग्राफ्टिंग करके हाइब्रिड गुलाब तैयार करते हैं। किसानों के बीच उनके हुनर की चर्चा होती है।बंटी अपने काम से पहचाने जाते हैं। पहले वह भी नॉर्मल खेती किसानी ही करते थे। कृषि वैज्ञानिकों के जरिए जब उन्हें ट्रेनिंग मिली तो वह अपने खेत में जैविक विधि से काफी अच्छे तरीके से फसल लगाकर काफी बढ़िया उपज लेते हैं।
हाइब्रिड गुलाब करते है तैयार
देसी गुलाब का पेड़ रहता है, जबकि डाल हाइब्रिड गुलाब की रहती है। दोनों को ग्राफ्टिंग करके जोड़ दिया जाता है। इस तरह से हाइब्रिड गुलाब तैयार हो जाता है। ग्राफ्टिंग हो जाने के बाद फूल का साइज भी बड़ा हो जाता है और पेड़ में अधिक फूल आने लगता है। इस तरह से पौधा तैयार करके किसान मार्केट में फूल बेचकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। इस समय ग्राफ्टिंग करने पर पौधा सूखता नहीं है। किसानों का ग्राफ्टिंग पूरी तरह से सफल हो जाता है।