
नई दिल्ली।किसान अक्सर ऐसी फसलों या पेड़-पौधों की तलाश करते हैं जो ज्यादा मेहनत न मांगें, लेकिन लंबे समय में शानदार कमाई कर दें। इसी वजह से पिछले कुछ वर्षों में सागवानकी खेती तेजी से लोकप्रिय हो रही है। मजबूत और महंगी लकड़ी के कारण इसे “ग्रीन गोल्ड” कहा जाता है। इसकी लकड़ी फर्नीचर से लेकर महंगे इंटीरियर तक, हर जगह प्रीमियम दामों पर बिकती है।
सागवान के पेड़ की बढ़ती लोकप्रियता
पहले सागवान को सिर्फ जंगलों में देखा जाता था, लेकिन अब किसान भी इसे उगाने लगे हैं। इसका मुख्य कारण है सागवान की लकड़ी की लगातार बढ़ती बाजार कीमत और इसकी टिकाऊ गुणवत्ता।
एक पेड़ दे सकता है 40 हजार से 1 लाख रुपये की कमाई
लंबी अवधि में स्थिर कमाई के लिए सागवान सबसे बेहतर विकल्प माना जा रहा है। किसान बताते हैं कि सिर्फ एक पेड़ से 40,000 रुपये से 1 लाख रुपये तक की कमाई हो जाती है। 15–20 वर्षों में यह पेड़ पूरी तरह परिपक्व हो जाता है और लकड़ी की बिक्री से किसान को एकमुश्त बड़ा लाभ मिलता है।यह कमाई अक्सर बैंक एफडी से मिलने वाले ब्याज से भी कहीं ज्यादा साबित होती है, इसलिए किसान इसे “पेड़ वाला फिक्स्ड डिपॉजिट” भी कहने लगे हैं।
खेत की मेड़ पर लगाएं और पाएं दोहरा फायदा
सागवान की खेती का एक बड़ा फायदा यह है कि इसे खेत के बीच में लगाने की जरूरत नहीं होती। किसान इसे केवल खेत की मेड़ों या किनारों पर लगाकर भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. इसके साथ ही इससे मुख्य फसल प्रभावित नहीं होती अतिरिक्त जमीन का उपयोग हो जाता है।