नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड की टीम ने किया धौलाकुआं का दौरा

    13-Dec-2025
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नई दिल्ली।हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड की टीम ने नर्सरी निरीक्षण एवं मान्यता के उद्देश्य से डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्योनिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के क्षेत्रीय औद्योनिकी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र धौलाकुआं का दौरा किया। इसमें कंसल्टेंट-कम-चेयरमैन डॉ. वाईसी गुप्ता की अगुवाई में टीम में उपनिदेशक, एनएचबी शिमला डॉ. एसके चौरसिया, उपनिदेशक  सिरमौर डॉ. राज कुमार, विषय विशेषज्ञ डॉ. शिवाली धीमान आदि प्रतिनिधि शामिल रहे। धौलाकुआं केंद्र की सह निदेशक डॉ. प्रियंका ठाकुर तथा सहायक प्रोफेसर डॉ. शिल्पा ने टीम को शोध केंद्र की नर्सरी इकाइयों एवं प्रमुख फलों जैसे आम, लीची, अमरूद, नींबू ,अंजीर, सपोटा, अनार, बेर, फालसा, करौंदा, लोकाट और जामुन के मदर ब्लॉकों का विस्तृत निरीक्षण करवाया।

वर्तमान में कुल 5.66 हेक्टेयर क्षेत्र नर्सरी

 इस अनुसंधान केंद्र में वर्तमान में कुल 5.66 हेक्टेयर क्षेत्र नर्सरी उत्पादन एवं स्थापित मदर ब्लॉकों के अंतर्गत है। इसमें 10,000 वर्ग मीटर नर्सरी उत्पादन क्षेत्र, पॉलीहाउस, कार्य-शेड और एक विशेष लीची मदर ब्लॉक शामिल हैं। इसके अतिरिक्त लगभग 40,066 वर्ग मीटर क्षेत्र किन्नू, आम, अमरूद, साइट्रस, ड्रैगन फ्रूट,अंजीर, फालसा, करौंदा, आँवला, सपोटा और अनार आदि के मदर ब्लॉक हैं। पिछले एक दशक में, धौलाकुआं केंद्र ने हिमाचल प्रदेश सहित पड़ोसी राज्यों के किसानों को लाखों प्रमाणित नर्सरी पौध उपलब्ध करवाए हैं। शोध केंद्र मिट्टी एवं पॉलीबैग दोनों तकनीकों से उच्च गुणवत्ता वाले पौध उत्पादन में विशेषज्ञता रखता है।

202526 के लिए कुल 23,102 नर्सरी पौधा तैयार

202526 के लिए विभिन्न फसलों के कुल 23,102 नर्सरी पौधा तैयार किए जा रहे हैं, जो वर्षभर किसानों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इस केंद्र में समृद्ध प्रजातीय विविधता संरक्षित है, जिसमें 23 सिट्रस प्रजातियां, 15 आम की प्रजातियां, 5 लीची की प्रजातियां तथा अमरूद, अंजीर, अनार, जामुन और सपोटा की कई प्रजातियां शामिल हैं।