
नई दिल्ली। गेंदा ऐसा फूल है जो खुद भी खूब खिलता है और आसपास की मिट्टी और माहौल को भी हेल्दी रखता है।इसकी खुशबू मच्छर, कीड़े और कई तरह के कीटों को पास नहीं आने देती इसलिए लोग इसे घरों, बगीचों और खेतों में जरूर लगाते हैं। गेंदा धूप का फूल है इसे ऐसी जगह रखें जहां 4 से 5 घंटे की धूप जरूर मिलती रहे चाहे बालकनी हो या टेरेस गार्डन बस जगह खुली और हल्की हवा वाली होनी चाहिए।
भुरभुरी मिट्टी का करें उपयोग
गेंदा बहुत भारी मिट्टी में अच्छा नहीं बढ़ता हल्की, भुरभुरी और अच्छे ड्रेनेज वाली मिट्टी होनी चाहिए आप मिट्टी आसानी से घर पर ही 50% गार्डन मिट्टी, 25% रेत और 25% गोबर खाद मिलाकर तैयार कर सकते है। गेंदे के बीज बहुत जल्दी अंकुरित होते हैं मिट्टी की ऊपरी परत में हल्का सा दबाकर बो दें और उस पर बहुत पतली मिट्टी की परत डाल दें पानी छिड़काव से दें ताकि बीज बहें नहीं।
गेंदा का सुगंध कीटों को दूर भगाता है
गेंदा अपनी तेज सुगंध की वजह से कीटों को दूर रखता है यह मिट्टी में मौजूद हानिकारक कीड़ों को खत्म करता है और मच्छरों व पतंगों को भी नजदीक नहीं आने देता इसलिए इसे किचन गार्डन के आसपास लगाना बहुत फायदेमंद है। गेंदे की माला, हैंगिंग बास्केट, गमले और गार्डन बॉर्डर जहां भी लगाए, जगह खूबसूरत दिखने लगती है पूजा, त्योहार और रोज़मर्रा सजावट हर जगह यह फूल परफेक्ट माना जाता है।
गेंदा फूल के पौधा कीटों को दूर भगाता है
गेंदा के पौधे से कीट इसलिए दूर भागते हैं क्योंकि उनकी पत्तियों और जड़ों से निकलने वाली तेज़, तीखी गंध और उनमें मौजूद रासायनिक यौगिक (जैसे अल्फा-टर्थीनिल और लिमोनेन) कीटों को भ्रमित करते हैं, उनके सूंघने की शक्ति को बाधित करते हैं, और कुछ मिट्टी के कीटों (जैसे सूत्रकृमि) के लिए जहरीले होते हैं, जिससे वे दूसरे पौधों से दूर रहते हैं।