फूलों के पौधों को ठंडी हवाओं और ओलों से बचाने के घरेलू उपाय

    18-Dec-2025
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नई दिल्ली। सर्दियों में जब ठंडी हवा और रात के ओले फूलों पर अटैक करते हैं, तो हमारी प्यारी गार्डनिंग की मेहनत एक ही रात में डैमेज हो जाती है। खासकर नाज़ुक फ्लावर जैसे गुलाब, गेंदा या पेटुनिया को अचानक आने वाली कोल्ड विंड और बर्फीले ओले सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। लेकिन टेंशन लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि बिना कोई कॉस्टली केमिकल या अन्य चीजें यूज किए, घर में उपलब्ध नैचुरल तरीके अपनाकर आप अपने प्लांट्स को आसानी से प्रोटेक्ट कर सकते हैं।अगर आप सोच रहे हैं कि सर्दियों में फूलों की देखभाल कैसे करें या सर्दियों में फूलों के पौधों को ठंडी हवाओं और ओलों से कैसे बचाएं, तो आज आपको पुरी जानकारी देंगे।

ठंडी हवाओं और ओले का फूलों पर प्रभाव

कोल्ड हवाएं और ओले बागवानी के लिए चुनौती बन जाते हैं, क्योंकि ये फूलों को नुकसान पहुँचा सकते हैं। ऐसी स्थिति में पौधों की देखभाल और सुरक्षा बहुत जरूरी होती है ताकि फूल स्वस्थ और सुंदर बने रहें। ठंडी हवाओं और ओले से फूलों को निम्न नुकसान हो सकते हैं

पंखुड़ियों का जमना और फटना

ठंडी हवा फूलों के अंदर मौजूद पानी को जमा देती है, जिससे पंखुड़ियों की सेल फट जाती हैं और फूल तुरंत मुरझा जाते हैं।

फंगल और बैक्टीरियल रोगों का खतरा

ठंड और नमी मिलकर पौधों में इंफेक्शन पैदा करते हैं जिससे फूल सड़ने लगते हैं।

सूखी पत्तियों की मोटी परत बिछाएं

ठंडी रातों में पौधों की जड़ों को बचाना सबसे जरूरी होता है, क्योंकि जड़ें ही सबसे पहले ठंड से प्रभावित होती हैं। ऐसे में मिट्टी के ऊपर सूखी पत्तियां, घास या भूसे की मोटी परत बिछाने से जमीन की गर्मी बाहर नहीं निकलती और टेंपरेचर स्थिर बना रहता है। यह नैचुरल ब्लैंकेट का काम करती है। अगर ओले गिरें तो पत्तियां उन्हें सीधे पौधे की जड़ों तक पहुँचने से रोकती हैं।

पौधों को बोरी या जूट बैग से ढकें

जब रात में ठंड ज्यादा होने की संभावना हो, तो पौधों को बोरी, जूट बैग या पुराने कॉटन कपड़े से ढक देना चाहिए। यह एक तरह का नेचुरल शील्ड बनाता है, जो ठंडी हवा को सीधे पौधे तक पहुँचने से रोकता है।

मिट्टी में गोबर खाद का उपयोग करें

सड़ी हुई गोबर खाद ठंड के मौसम में पौधों के लिए हीटर जैसा काम करती है। इसमें मौजूद सूक्ष्म जीव धीरे-धीरे गर्मी पैदा करते हैं, जो मिट्टी को रातभर ठंडा नहीं होने देते। जब जड़ों को सही तापमान मिलता है तो पौधा फ्रॉस्ट या ओलों के असर से जल्दी नहीं मरता।

पौधों के चारों ओर ऊँची बाड़ लगाएं

खुले स्थानों में तेज ठंडी हवा फूलदार पौधों के लिए सबसे बड़ा खतरा होती है। ऐसे में पौधों के चारों ओर लकड़ी, बांस, प्लास्टिक शीट या गत्ते जैसी चीजों से ऊँची बाड़ लगाकर हवा की रफ्तार को कम किया जा सकता है।

रात में हल्का धुआं करें

गांवों में आज भी फसलों को ठंढी हवाओं और ओलों से बचाने के लिए धुआं उपायअपनाया जाता है। रात में सूखी पत्तियों, लकड़ियों या गोबर के कंडों को हल्का-हल्का सुलगाकर बगीचे के पास रखा जाता है। इससे एक हल्की धुएं की परत ऊपर बन जाती है, जो ठंडी हवा को जमीन तक पहुंचने से रोकती है।