
नई दिल्ली।जापानी अजेलिया खूबसूरत और रंग-बिरंगे फूलों वाला बेहतरीन पौधा है, जो घर की बालकनी, टैरेस और गार्डन की शोभा बढ़ाता है। अजेलिया फ्लावर प्लांट ठंडे और आर्द्र मौसम में सही तरह से ग्रोथ करता है और वसंत ऋतुमें शानदार व खूबसूरत फूल देता है। अजलियाकी फ्लावरिंग व अच्छी ग्रोथ के लिए उपजाऊ मिट्टी, नियमित केयर और सही लोकेशन का चयन करना बहुत जरूरी होता है। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि, घर पर गमले में जापानी अजेलिया अर्थात अजलिया के फूल कैसे उगाएं। अजेलिया फूल को घर पर लगाने की विधि और अजेलिया प्लांट की देखभाल कैसे करेंताकि यह लंबे समय तक आपके गार्डन में खिलता रहे और गार्डन को सुंदर बनाए।
घर पर जापानी अजेलिया कैसे लगाएं
आप अपने टेरेस या होम गार्डन में जापानी अजेलिया के फूलों को आसानी से लगा सकते हैं, इसके लिए आपको नीचे बताए गए स्टेप्स सही से फॉलो करने होंगे। तो चलिए जानते हैं कि, घर पर गमले में जापानी अजेलिया कैसे लगाएं।
सही जगह का करें चयन
जापानी अजेलिया उगाने के लिए ठंडी, हवादार और आंशिक धूप वाली जगह का चयन करना आवश्यक है। इसे ऐसी जगह रखें, जहां सुबह की हल्की धूप मिले और दोपहर में छांव रहे, ताकि पत्ते झुलसने से बचें। बालकनी, टैरेस का उत्तरी हिस्सा या खिड़की के पास का कोना उपयुक्त रहता है।
सही गमला चुनें
अजेलिया के लिए 8-12 इंच का गमला उपयुक्त रहता है। गमले के नीचे ड्रेनेज होल जरूर होना चाहिए ताकि अतिरिक्त पानी बाहर निकल सके और जड़ों में सड़न न हो। यदि पौधा बड़ा हो जाए तो 14-16 इंच के गमले में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। मिट्टी के गमले नमी बनाए रखने में मदद करते हैं।
मिट्टी की तैयारी
जापानी अजेलिया के लिए एसिडिक मिट्टी सर्वोत्तम रहती है, जिसका pH 5.5-6 होना चाहिए। इसके लिए 50% गार्डन मिट्टी, 30% कोकोपीट, 10% पाइन नीडल और 10% वर्मी कम्पोस्ट मिलाएं। यह मिश्रण मिट्टी को हल्का, नमी बनाए रखने वाला और पोषक तत्वों से भरपूर बनाता है।
खाद देने का तरीका
अजेलिया को हर 2-3 महीने में वर्मीकम्पोस्ट, गोबर खाद या एसिडिक फर्टिलाइजर देना चाहिए। पौधे में फूल आने से पहले पोटाश और फास्फोरस युक्त खाद डालने से फ्लावरिंग अच्छी होती है। खाद देने के बाद हल्का पानी जरूर दें, ताकि खाद मिट्टी में अच्छे से मिल जाए। ज्यादा नाइट्रोजन युक्त खाद का प्रयोग न करें, इससे पत्तियां बढ़ जाएंगी लेकिन फूल कम आएंगे।
कीट व रोग प्रबंधन
अजेलिया में मिल्ड्यू, एफिड और स्पाइडर माइट्स का खतरा रहता है। इनसे बचाने के लिए महीने में एक बार नीम ऑयल का स्प्रे करें। पत्तियों की नियमित सफाई और पौधे के आसपास साफ-सफाई रखने से कीटों का प्रकोप कम होता है। अगर पत्ते पीले हो रहे हों, तो मिट्टी में पोषक तत्व की कमी हो सकती है, इसलिए खाद डालें।
अजेलिया की प्रूनिंग और देखभाल
फूल आने के बाद सूखे और मुरझाए फूल हटाते रहें, ताकि नई ग्रोथ को बढ़ावा मिले। पौधे की आकृति बनाए रखने के लिए हल्की प्रूनिंग करें। पुराने और पीले पत्तों को समय-समय पर हटाने से नई शाखाएं निकलती हैं और पौधा घना होता है। प्रूनिंग करते समय पौधे को नुकसान न पहुंचे इसका ध्यान रखें। नियमित देखभाल से पौधा स्वस्थ रहता है और हर सीजन में अच्छे फूल देता है।