बिहार में फल-फूल की बागवानी के लिए तैयार हो रहा है रोडमैप, जाने सरकार की प्लान?

    27-Dec-2025
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नई दिल्ली।बिहार की राजधानी पटना के कृषि भवन में गुरुवार को 'समृद्ध किसान, सशक्त बिहार-उत्पादन से निर्यात, एकीकृत फल क्रांति विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई। जिसके तहत प्रदेश में अगले पांच साल तक फूलों की खेती और बागवानी को बढ़ावा देने पर भी चर्चा की गई। इसके साथ ही राज्य के बागवानों को बेहतर मुनाफा मिल सके। परिचर्चा की अध्यक्षता करते हुए प्रधान सचिव पंकज कुमार ने कहा कि फल और बागवानी क्षेत्र में विकास के लिए बहुआयामी रणनीति तैयार की जा रही है।

उच्य दाम वाले फलों की खेती को दी जाएगी बढ़ावा

बिहार में नींबू, माल्टा, स्ट्राबेरी, ड्रैगन फ्रूट जैसे उच्च दाम वाले फलों की उत्पादन करने वाले वागवानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। जिससे उन्हें बेहतर बाजार मूल्य प्राप्त हो सके और खेती अधिक लाभकारी बन सके। परिचर्चा में अधिकारियों, कृषि वैज्ञानिकों एवं बागवानों के बीच संवाद के माध्यम से फल उत्पादन एवं निर्यात को और अधिक लाभकारी बनाने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई। कुछ दिन पहले ही राज्य के कृषि मंत्री रामकृपाल यादव ने फलों के क्लस्टर आधारित माडल को अपनाकर बागवानी की बढ़ावा देने की बात कही थी। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि किसानों को नवीन तकनीकों, आधुनिक बागवानी पद्धतियों की प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

बिहार में बागवानी की बेहतर संभावना

बता दें कि बिहार में बागवानी की बेहतर संभावनाएँ हैं क्योंकि यहाँ की जलवायु और उपजाऊ मिट्टी आम, लीची, केला, अमरूद, पपीता, स्ट्रॉबेरी, ड्रैगन फ्रूट, सब्जियां और फूलों की खेती के लिए उपयुक्त है।जिसके लिए सरकार "मुख्यमंत्री बागवानी मिशन" और "एकीकृत बागवानी विकास मिशन जैसी योजनाओं के तहत वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण और विपणन सहायता देकर किसानों को बढ़ावा दे रही है।