
नई दिल्ली।कश्मीर के घाटी क्षेत्र में बदलते मौसम और जलबायु परिवर्तन के कारण अब किसानों को ऐसी किस्मे मिलेगी जिससे उनकी उत्पादन में वृद्धी हो सके। शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कश्मीर ने सेब के साथ-साथ अन्य फसलों के कुल 16 किस्म जारी किया है। जो किसी भी तरह की जलवायु में तैयार हो सकती है।
जलवायु बदलाव के कारण खेती को मजबूत करने की पहल
इन नई किस्मों की घोषणा जम्मू स्थित सिविल सचिवालय में आयोजित राज्य बीज उप-समिति की बैठक में की गई। कृषि और बागवानी की विशेषज्ञों की माने तो ये किस्में सिर्फ अधिक उत्पादन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि पोषण सुरक्षा, फसल की स्थिरता और किसानों की आय बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएंगी।
सेब की नई किस्मों पर फोकस
बता दे की इस पहल में नई किस्मों में सेब की दो खास किस्में शामिल हैं, जिन्हें उच्च घनत्व बागवानी के लिए तैयार किया गया है। ये किस्में कम जगह में भी बेहतर उत्पादन दे सकती है। सेब की इस किस्म को रोगों के प्रति ज्यादा प्रतिरोधक मानी जा रही है। यह नई किस्म कम समय में तैयार होकर बागवानों को अधिक लाभ देगी।