
नई दिल्ली।हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी नहीं होने के कारण प्रदेश के बागवानों के लिए चिंता की विषय है। क्यों कि हिमाचल प्रदेश सेब की बागवानी करने वाले प्रमुख राज्य है और सेब की खेती के लिए बर्फबारी आवश्यक है। सेब की खेती करने वाले बागवान बारीश और बर्फबारी की इंतेजार में है। आपको बता दें कि दिसंबर खत्म होने वाला है, लेकिन अभी भी राज्य में बर्फबारी न के बाराबर है। चिलिंग आवर्स पूरे न होने से बागवान परेशान है।
सेब के लिए मौसम बना चिंता
हिमाचल प्रदेश सेब की उत्पादन करने वाला अग्रणी राज्य है। सेब यहां की आर्थिक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहां की बागवान सेब की बागवानी पर ही निर्भर रहते है। अगर राज्य में बर्फबारी नहीं होगी तो बागवानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है। यह बागवानी के लिए संकट से कम नहीं है।
पहले भारी बारिश और अब ड्राई स्पेल
पहले मानसून कारण ज्यादा बारिश औऱ अब दिसंबर में ड्राई स्पेल से डबल मार झेल रहे सेब की बागवानी करने वाले बागवान काफी चिंतित नजर आ रहे है। कई बागवानों ने मौसम के मार के कारण चिंता व्यक्त की है। क्योंकि पिछले तीन महीनों से सेब की बागवानी करने वाले क्षेत्र मंडी, कुल्लू और शिमला में बारिश नहीं हुई है।