गुलाब की खेती लिए दोमट मिट्टी है उपयुक्त, झांसी के किसान कमा रहें मुनाफा

    29-Dec-2025
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नई दिल्ली।आज के बदलते समय में गुलाब की खेती की हर क्षेत्रों में हो रही है। गुलाब की खेती किसानों के लिए सबसे ज्यादा मुनाफे का सौदा साबित हो रही है। आज किसान ही नहीं सभी पार्को में भी गुलाब के पौधे लगाए जा रहे है। उत्तर प्रदेश के झासी की जलवायु इसके लिए काफी बेहतर है। गुलाब की खेती के लिए ज्यादा पानी की अवश्कता नहीं पड़ती है।

गुलाब की खेती से ज्यादा लाभ

कृषि विशेषज्ञों का माने तो गेहूं और धान की तुलना में गुलाब की खेती में आधे से भी कम पानी की जरूरत होती है। गुलाब के फूलों का उपयोग मुख्य रुप से पूजा-पाठ के अलावा शादी-विवाह के अवसरों में भी किया जाता है। गिफ्टिंग के लिए भी इसके फूल का इस्तेमाल लोग करते है, साथ ही सजावट में भी इसकी बहुत ज्यादा मांग है।  

 दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त

गुलाब की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है। इसके लिए जुताई के साथ-साथ सडे हुए गोबर का प्रयोग किया जाता है। फूलों की खेती विषय विशेषज्ञों की माने तो गुलाब की खेती का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से दिसंबर के बीच होता है। गर्मियों में इसे तीन से चार दिन और सर्दियों में सात से दस दिन पानी देना पर्याप्त होता है।