
नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश ने अपनी जैवविविधता संपन्न भूमि पर एक और ऐतिहासिक वैज्ञानिक उपलब्धि दर्ज की है। राज्य के सुदूर और अत्यंत कठिन-प्रवेश वाले विजयनगर क्षेत्र में शोधकर्ताओं ने होया दावोदी नामक नई पौधा प्रजाति की खोज की है। यह खोज न केवल पूर्वोत्तर भारत के पर्यावरण विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ा कदम है, बल्कि वैश्विक वनस्पति अनुसंधान में भी राज्य की मजबूत उपस्थिति को रेखांकित करती है। राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने इस खोज को अरुणाचल प्रदेश की वनस्पति विरासत का असाधारण अध्याय” बताया और शोधकर्ताओं की सराहना की।
क्यों महत्वपूर्ण है यह प्रजाति?
शोधकर्ताओं के अनुसार विजयनगर का परिदृश्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। यहां पहुंचने का मार्ग केवल हवाई मार्गों या कई दिनों की कठिन पैदल यात्रा से ही संभव है। इस कारण यह क्षेत्र अब भी देश के सबसे कम खोजे गए, लेकिन जैविक रूप से अत्यंत समृद्ध इलाकों में शामिल है। होया दावोदी पौधे उष्णकटिबंधीय फूलों वाली एक बड़ी वनस्पति समूह से संबंधित होते हैं।जिनकी विविधता और औषधीय-पर्यावरणीय महत्व दोनों ही वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय हैं।
सीएम ने शोधकर्ताओं का अभिनंदन किया
मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने सोशल मीडिया पर साझा संदेश में शोधकर्ताओं का अभिनंदन करते हुए कहा, ये खोजें अरुणाचल प्रदेश की असीमित जैवविविधता की पुष्टि करती हैं। हम अपनी प्राकृतिक धरोहर पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने वाले अनुसंधान का हर संभव समर्थन करेंगे।उन्होंने यह भी कहा कि नई प्रजातियों का दस्तावेजीकरण दीर्घकालिक संरक्षण के लिए अनिवार्य है।