
नई दिल्ली।उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश में जल्द दो एकीकृत पैक हाउस बनेंगे। इसमें एक गढ़वाल और दूसरा कुमाऊं मंडल में बनेगा। इससे फसलों के खराब होने की संभावना काफी कम होगी। वहीं, किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य मिलेगा।कृषि मंत्री ने अपने कैंप कार्यालय में विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में मंत्री ने कहा कि पैक हाऊस के माध्यम से फसल की वैज्ञानिक ग्रेडिंग, सॉर्टिंग, वाशिंग और पैकिंग की आधुनिक सुविधा उपलब्ध होगी।
राज्य में फल-सब्जियों के निर्यात के नए रास्ते खुलेंगे
राज्य में उत्पादित फसलों के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। पैक हाउस प्रदेश के कृषि उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप तैयार करेगा, जिससे राज्य में उत्पादित फल-सब्जियों के निर्यात के लिए नए रास्ते खुलेंगे और निर्यात बढ़ने से किसानों की आमदनी में सीधा इजाफा होगा। बैठक में मोटे अनाज के उत्पाद बढ़ाने के लिए भी ठोस कार्ययोजना बनाने पर जोर दिया गया। वहीं, चौबटिया स्थित रिसर्च सेंटर को जल्द शुरु करने के निर्देश देते हुए मंत्री ने कहा, इससे कृषि क्षेत्र में शोध और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
क्या है एकीकृत पैक हाउस
एकीकृत पैक हाउस एक आधुनिक सुविधा है, जहाँ फलों और सब्जियों को कटाई के बाद, खेत से आने के बाद, एक ही छत के नीचे सॉर्टिंग (छँटाई), ग्रेडिंग (वर्गीकरण), धुलाई, प्रोसेसिंग और पैकेजिंग की जाती है, ताकि उनकी गुणवत्ता और शेल्फ लाइफ बढ़े, जिससे उन्हें अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में निर्यात किया जा सके और फसल के बाद होने वाले नुकसान को कम किया जा सके। यह कृषि उत्पादों की ट्रेसेबिलिटी और फूड सेफ्टी मानकों को पूरा करने में मदद करता है, जिससे किसान उच्च मूल्य प्राप्त कर सकें।