
नई दिल्ली।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, जड़ी बूटी व सगंध क्षेत्र में नवाचार अपनाकर मूल्य संवर्द्धन और मार्केटिंग को बढ़ावा दिया जाए। हिमालयी क्षेत्रों में हर्बल व एरोमा की संभावनाओं को देखते हुए उत्तराखंड में हर्बल इकोनॉमी विकसित करना सरकार की प्राथमिकता है। शुक्रवार को सचिवालय में जड़ी-बूटी सलाहकार समिति की बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों में क्लस्टर बनाकर हर्बल क्षेत्र में योजनाबद्ध तरीके से काम करें।
हिमालयी क्षेत्रों में उपलब्ध होगा हर्बल व औषधीय उत्पादन
सीएम ने कहा कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उपलब्ध हर्बल व औषधीय उत्पादों के संवर्द्धन और प्रोत्साहन पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके अलावा जड़ी-बूटी व एरोमा सेक्टर में अग्रणी दो राज्यों की बेस्ट प्रैक्टिसेज का अध्ययन करने के लिए राज्य से विशेषज्ञों की टीम भेजी जाए, इससे उत्तराखंड में भी इन नवाचारों को लागू किया जा सके। उन्होंने कहा कि जड़ी बूटी क्षेत्र में सालाना टर्नओवर बढ़ाने के लिए अनुसंधान, नवाचार, उत्पादन, विपणन और ब्रांडिंग पर काम किया जाए। बैठक में जड़ी-बूटी शोध एवं विकास संस्थान के निदेशक डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने अनुसंधान कार्यों, दुर्लभ औषधीय प्रजातियों के संरक्षण, उत्पादन, और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी। बैठक में कृषि मंत्री गणेश जोशी, जड़ी-बूटी सलाहकार समिति उपाध्यक्ष भुवन विक्रम डबराल, बलवीर घुनियाल, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव एसएन पांडेय, वी. षणमुगम, अपर सचिव विजय कुमार जोगदंडे, वंदना, अनुराधा पाल मौजूद रहे