
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिलें के बलजीत सिंह ने बताया कि दमिश गुलाब मुख्य रूप से परफ्यूमरी, गुलाब जल और मेडिसिनल उपयोग के लिए उगाया जाता है। यह खुले खेतों में आसानी से उत्पादित होता है और एशिया मूल का पौधा माना जाता है। इसके पौधों से निकलने वाले गुलाब का इस्तेमाल सेंट, गुलाब जल और दवाइयों में होता है। दमिश रोज का छोटा फूल बाजार में महंगा बिकता है। यह कभी भी 50 रूपये से 100 रूपये प्रति किलो से नीचे नहीं मिलता। किसान खुले खेतों में इसकी खेती करके 2.5 से 3 लाख रुपये तक का मुनाफ़ा सीजन में निकाल लेते हैं।
डच रोज डेकोरेशन और गिफ्टिंग के लिए उपयोगी
डच रोज पूरी तरह से डेकोरेशन और गिफ्टिंग के उद्देश्य से उगाया जाता है। यह यूरोपियन वैराइटी माना जाता है और इसे ज़्यादातर पॉलीहाउस या कंट्रोल्ड कंडीशन में तैयार किया जाता है। यह वही गुलाब है जो रोज डे 12 फरवरी जैसे मौकों पर सबसे अधिक बिकता है। डच रोज की एक पौधे पर एक सीजन में 30–35 फूल तक आ जाते हैं। बाज़ार में एक-एक फूल की कीमत 5 रूपये से 20 रूपये तक मिलती है, जो उपलब्धता और डिमांड पर निर्भर करती है।
अलीगढ़ से दिल्ली की मंडी भेजा जाता है
गुलाब की सैकड़ों वैरायटी हैं, जैसे पूसा गौरव, पूसा जवार, पूसा प्रिया सहित 300 से अधिक किस्में हैं। इनके रंग भी 50 से ज्यादा प्रकारों में पाए जाते हैं। जैसे लाल, पीला, सफेद आदि इस कारण इसकी मार्केट वैल्यू हमेशा बनी रहती है। अलीगढ़ में इसकी खेती भी हो रही है, जबकि कन्नौज में यह बड़े पैमाने पर होती है। दिल्ली की आजादपुर मंडी नज़दीक होने के कारण यहाँ के किसानों को अच्छा बाज़ार तुरंत मिल जाता है।