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नई दिल्ली: भारत कृषि प्रधान देश है, यहां किसान अपने मेहतन के बल पर कृषि क्षेत्र में मिसाल कायम कर रहे हैं। कुछ इसी तरह का कमाल कर दिखाया है, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के किसान ने। आपको बता दें कि बिलासपुर जिले के मलेटा गांव के किसान रामपाल ने पांच फीट लंबी, 5 किलो वजन की मूली उगाकर एक नई मिसाल पेश की है। सबसे बड़ी बात हैं कि रामपाल नामक किसान ने रासायनिक खाद का प्रयोग नहीं किया है, बल्कि ऑर्गेनिक तरीके से खेती कर एक अनोखा कीर्तिमान स्थापित किया है। रामपाल की इस सफलता ने हिमाचल प्रदेश के अन्य किसानों को भी ऑर्गेनिक खेती करने का सन्देश दिया है।
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मूली की फसल लगाने में किया केवल गोबर का प्रयोग
इस सफलता पर किसान रामपाल ने बताया कि मूली की एक फसल तैयार हो चुकी है, दूसरी अब तैयार होने वाली है। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें यह उम्मीद नहीं थी की इतनी बड़ी सफलता मिलेगी, इसको लगाने के लिए केवल गोबर का प्रयोग किया। बता दें कि मूली की खेती करने के लिए रामपाल ने किसी तरह का कोई भी रसायनिक खाद का उपयोग नहीं किया। रामपाल ने प्रदेश के अन्य किसानों को भी सलाह दिया है कि कृषि से संबंधित लोगों को ऑर्गेनिक खेती करनी चाहिए।
क्या है जैविक खेती?
जैविक खेती कृषि की वह विधि है जो रसायनिक उर्वरकों एवं संश्लेषित कीटनाशकों के अप्रयोग या न्यूनतम प्रयोग पर आधारित है, तथा जो भूमि की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिये फसल चक्र, हरी खाद, कम्पोस्ट आदि का प्रयोग करती है। सन् 1990 के बाद से विश्व में जैविक उत्पादों का बाज़ार काफ़ी बढ़ा है।
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