किसान गोष्ठी में गेंदा फूल की खेती पर दिया गया जोर

11 Oct 2025 13:49:56


नई दिल्ली।हरियाणा के पलवल मेंकिसान कल्याण मंच द्वारा किसान गोष्टी का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों को गेंदा फूल की उन्नत खेती बारे जानकारी दी गई। गोष्ठी की अध्यक्षता हरचंद पूरी ने की तथा संचालन लाला राम तंवर ने किया। इस अवसर पर कृषि विशेषज्ञ डॉ महावीर सिंह मलिक ने कहा कि फूलों की खेती करके किसान मोटा मुनाफा कमा सकते हैं। फूलों में गेंदा की मांग सबसे ज्यादा रहती है। गेंदा के फूलों की निरंतर बढ़ती मांग ने किसानों को गेंदा की खेती की ओर आकर्षित किया है।

बाजार में हमेशा रहती है मांग

बता दें कि गेंदा फूल की मांग राजधानी दिल्ली के नजदीक होने के कारण किसानों को फूलों की बिक्री के लिए विशाल मंडी उपलब्ध होने से ऊंचा बाजार भाव मिल जाता है। जिले में भी किसान गेंदा की खेती करके अच्छा लाभ ले सकते हैं। डा. मलिक किसान कल्याण मंच द्वारा आयोजित गोष्ठी में किसानों को गेंदा की उन्नत खेती बारे जानकारी दे रहे थे।

वैज्ञानिक तरीके से करे गेंदा फूल की खेती

 बदलते समय में परंपरागत फसलों के अलावा गेंदा की खेती व्यावसायिक स्तर पर वैज्ञानिक तरीके से करके ज्यादा आमदनी ली जा सकती हैं। गेंदे की खेती सामान्य दोमट व रेतीली भूमि में आसानी से की जा सकती है। गेंदा की हिसार ब्यूटी, हिसार जाफरी, पूसा अर्पिता व पूसा नारंगी गेंदा की उन्नत किस्में 8 से 10 टन फूलों की उपज दे देती है। इसके अलावा अफ्रीकन गेंदा की गोल्ड स्मिथ, अफ्रीकी जॉइंट ऑरेंज व बैटर स्कोच आदि किस्में भी उगा सकते है। गेंदे की 200250 बीज से तैयार पौध एक एकड़ में लगाई जा सकती है। गंदे की पौध तैयार करने के लिए इसकी बिजाई जुलाई से मध्य अक्टूबर तक 10 सेंटीमीटर ऊपर उठी 1×2 मीटर नाप की क्यारियों में कतारों में करनी चाहिए।

 

 


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