
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के बागवानी विभाग 400 हेक्टेयर भूमि पर फलदार क्लस्चर विकसित कर रहा है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगार प्रदान करना। और जिले में फल उत्पादन को बढ़ावा देना है। योजना के पहले चरण में बंगाणा क्षेत्र में 9 फलदार क्लस्टर लगाए गए हैं। जबकी कुल 12 क्लस्टरों की स्थापना का प्रावधान है। इन क्लस्टरों में अब तक 48, 894 उच्च गुणवत्ता वाले पौधे लगाए जा चुके हैं। जिसमें अमरूद और मालटा प्रमुख है। यह पहल न केवल जिले में फल उत्पादन को बढ़ाएगी, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार का मजबूत आधार भी तैयार करेगी। योजना की सबसे खास बात यह है कि इसमें युवाओं को कोई आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़ेगा। बागवानी विभाग इस योजना के तहत सभी आवश्यक सुविधाएं निशुल्क प्रदान करेगा, जिनमें शामिल हैं, उच्च गुणवत्ता वाले फलदार पौधे, सोलर फेंसिंग, भूमि विकास, ड्रिप इरीगेशन सिस्टम, और पानी संग्रहीत करने के लिए वॉटर टैंक का निर्माण शामिल है।
सभी फलदार पौधे लगाए जाएंगे
आपको बता दें इस योजना में शामिल होने के लिए कुछ शर्ते निर्धारित की गई हैं। इनमें कम से कम 6 किसानों का समूह और 250 कनाल भूमि होना आवश्यक है। तभी फलदार पौधों का एक क्लस्टर लगाया जा सकता है। बागवानी विभाग का लक्ष्य इस योजना को जिले के सभी ब्लॉकों में विस्तार देना है। दूसरे चरण में हर ब्लॉक में युवाओं को फलदार क्लस्टर लगाने का अवसर मिलेगा।
कहा करें संपर्क
युवा और बागवान ब्लॉक स्तर पर बागवानी विभाग के कार्यालय से संपर्क कर योजना का लाभ उठा सकते हैं। शिवा प्रोजेक्ट के सौजन्य से शुरू की गई इस पहल से न केवल युवाओं को रोजगार और आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा, बल्कि बागवानी के साथ-साथ पैकिंग, परिवहन जैसी गतिविधियों से भी अनेक लोगों को रोजगार मिलेगा। इससे जिले की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलने की संभावना है।