पराली जलाने के मामलों में पंजाब में भारी गिरावट

18 Oct 2025 13:41:55


नई दिल्ली। पंजाब में पराली जलाने के मामलों में इस साल अब तक भारी गिरावट देखी गई है। 15 सितंबर से 16 अक्टूबर तक कुल 188 मामले दर्ज किए गए हैं, जो कि पिछले दो साल की तुलना में लगभग 80 परसेंट की कमी को दर्शाता है। पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में इसी अवधि में 1388 मामले सामने आए थे, जबकि 2024 में 1212 मामले दर्ज किए गए थे। 2025 में अब तक सिर्फ 188 केस दर्ज हुए हैं। इस गिरावट के पीछे सरकारी स्तर पर की जा रही सख्ती, किसानों को दी जा रही जागरुकता, एफआईआर दर्ज करना, रेवेन्यू रिकॉर्ड में रेड एंट्री, और मशीनरी की सुविधा जैसी कोशिशों को जिम्मेदार माना जा रहा है।

दिवाली के बाद बढ़ सकती है चुनौती

हालांकि आंकड़े उत्साहजनक हैं, पर दिवाली के बाद पराली जलाने के मामलों में वृद्धि की आशंका बनी हुई है क्योंकि अभी भी बड़ी मात्रा में फसल कटाई बाकी है। 17 अक्टूबर 2025 तक अमृतसर जिले में सबसे ज्यादा 76 मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य सरकार ने अब तक 115 एफआईआर दर्ज की हैं, 59 किसानों के नाम पर रेड एंट्री की गई है, और 4.60 लाख रुपये के जुर्माने लगाए गए है।

पराली नहीं जलाने वाले किसान सम्मानित

पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष आदर्शपाल विग के अनुसार पिछले कुछ वर्षों से किए जा रहे लगातार प्रयास अब रंग ला रहे हैं। सरकार किसानों को पराली प्रबंधन के लिए मशीनें उपलब्ध करा रही है और पराली न जलाने वाले किसानों को सम्मानित भी कर रही है।

 

 

 

 

 

 

 

 


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