
नई दिल्ली। अगर आप बागवानी करने का शौक रखते है तो आप अपने खेत में शीशम का पेड़ लगाकर बेहतर मुनाफा कमा सकते है। धान, गेहूं या सब्जी में जितनी मेहनत और लागत लग रही है उसकी तुलना में किसान की कमाई कम रह जा रही है। अब वक्त आ गया है नए तकनीक के द्वारा बागवानी करने का तो आज आपको शिशम की पेड़ लगाने का आसान तरीका बताने वाले है।
शीशम की रहती है हमेशा डिमांड
शीशम की लकड़ी का इस्तेमाल फर्नीचर, दरवाजे, खिड़कियां, मंदिरों और होटलों की सजावट तथा म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स बनाने में किया जाता है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह दीमक-रोधी, जल्दी न सड़ने वाली और बेहद मजबूत लकड़ी है। टिकाऊ होने के कारण बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। यही वजह है कि शीशम की लकड़ी की कीमत कभी कम नहीं होती। किसान और व्यापारी इसे हमेशा महंगे दामों में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
एक बार लगाओ, सालों तक कमाओ
शीशम की खेती के लिए मध्यम से गहरी दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है. पौधारोपण का समय बरसात का मौसम है, जिससे पौधे आसानी से जम जाते हैं। प्रत्येक पौधे के बीच 10×10 फीट की दूरी रखें। शुरुआती दो साल सिंचाई जरूरी है, उसके बाद पेड़ खुद बढ़ता है। पहले दो साल दीमक और खरपतवार पर विशेष ध्यान दें। मेहनत केवल शुरुआत में लगती है, बाद में पेड़ खुद बड़ा होकर लगातार पैसा कमाता है और किसान के लिए लंबे समय तक मुनाफा सुनिश्चित करता है।
एकड़ से करोड़ों की कमाई
अगर किसान एक एकड़ में 400 शीशम के पेड़ लगाते हैं, तो प्रत्येक पेड़ की कीमत लगभग 70,000 रुपये मानी जाए, तो 10 साल बाद कुल आमदनी 2,80,00,000 रुपये यानी लगभग 3 करोड़ तक पहुंच सकती है। शुरुआती खर्च केवल पौधों और सिंचाई पर होता है। एक बार पेड़ लग जाने के बाद कोई अतिरिक्त खाद, दवा या बड़ी देखभाल की जरूरत नहीं होती।