
नई दिल्ली। बरेली के रुहेलखंड विश्वविद्यालय में वनस्पति उद्यान में बॉटनी, माइक्रो बायोलॉजी व कृषि विज्ञान के छात्रों के लिए लाभकारी साबित हो रहा है। बुधवार को वनस्पति उद्यान में स्नातक, परास्नातक व रिसर्च के छात्र अपने असाइनमेंट से जुड़े कार्यों के लिए गार्डन में आवश्यक सामग्री एकत्रित करते नजर आए। इससे उनकी पढ़ाई आसान हो रही है और नई शिक्षा नीति के माध्यम से एक व्यवसाय भी सिखाया जाता है।
पांच एकड़ में बने इस गार्डन में छात्र अपने प्रोजेक्ट से जुड़े अभ्यास करते दिखे। जहां शिक्षकों की ओर से दिए गए लैब के कार्यों में काई, माइक्रोब्स और अलग-अलग पौधों पर प्रयोग करते हैं। छात्रों का कहना है यह वनस्पति उद्यान केवल विषय से जुड़े छात्रों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी छात्रों के लिए है, जिसमें अपनी जिज्ञासा मिटाने के लिए छात्र आते हैं। विशेष बात यह है कि हमें ग्रुप में बांटकर नई शिक्षा नीति के माध्यम से एक व्यवसाय भी सिखाया जाता है।
कुछ छात्रों को तालाब में मखाने की खेती, बांस की खेती, मसाले वाले पौधों की खेती, मशरूम की जैसे व्यवसाय के बारे में केवल बताया ही नहीं कराया भी जाता है। पीएचडी छात्रा अकांक्षा गर्ग ने बताया छात्रों को व्यवसायिक खेती के अलावा भी छात्रों को काई से कागज बनाना, रंगीन शिमला मिर्च उगाना जैसी खेती की बारीकियां भी सीखी हैं।