
नई दिल्ली।नीबू की मांग मार्केट में हमेशा रहती है।यही वजह है कि राजस्थान, बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में भी किसान अब बड़े स्तर पर नींबू की खेती कर रहे हैं। दिल्ली। लेकिन कई बार किसानों की शिकायत रहती है कि जैविक और रासायनिक खादों का इस्तमाल करने के बाद भी पौधों में फल नहीं आ रहे हैं. इससे आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। लेकिन अब नींबू की खेती करने वाले किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। किसान महज कुछ रुपये खर्च कर इस समस्या से निजात पा सकते हैं। जानते हैं नींबू की पैदावार बढ़ने का आखिर सही तरीका क्या है।
मिट्टी की करें गुड़ाई
अगर किसान नींबू की पैदावार बढ़ाना चाहते हैं, तो सबसे पहले नींबू के पौधों की जड़ों के आसपास की मिट्टी की हल्की गुड़ाई करें और खरपतवार हटा दें। ध्यान रखें कि जड़ों को नुकसान न पहुंचे। गुड़ाई से मिट्टी में ऑक्सीजन और पोषक तत्व अच्छी तरह मिल जाते हैं। इसके बाद मिट्टी में एक मुट्ठी पोटाश डालें। यह पौधे की वृद्धि और फूल-फल आने में मदद करता है। फिर एप्सम सॉल्ट का एक चम्मच एक लीटर पानी में घोलें और इस घोल को मिट्टी में डालें या पत्तों पर स्प्रे करें। यह पौधे में मैग्नीशियम की कमी पूरी करता है, जिससे पत्ते हरे-भरे और स्वस्थ रहेंगे और देखते ही देखते पौधे नींबू ले लद जाएंगे।
तैयार करें देसी दवाई
इसके अलावा अब मिट्टी में 2 से 3 मुट्ठी गोबर की खाद डालें, जिससे मिट्टी उपजाऊ बनती है। साथ ही लकड़ी की राख मिलाएं। यह फलों और फूलों की पैदावार को बढ़ाती है. अगर आप ये उपाय नियमित रूप से करते हैं, तो आपका नींबू का पौधा हरा-भरा रहेगा और मौसम के दौरान ढेर सारे नींबू देगा। अगर किसान चाहें, तो देसी खाद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए एक मुट्ठी पोटाश, गोबर की खाद, लकड़ी की राख और एप्सम सॉल्ट मिलकार खुद से जैविक खाद तैयार कर सकते हैं।