
नई दिल्ली। अगर आप अपने घर में हरियाली बढ़ाने के साथ-साथ सेहत को भी दुरुस्त रखना चाहते हैं, तो किचन गार्डन में आंवला का पौधा लगाना एक शानदार विकल्प है। यह सिर्फ एक फल नहीं, बल्कि एक “नेचुरल हेल्थ बूस्टर” है, जिसे आयुर्वेद में अमृतफल कहा गया है। आंवला यानी इंडियन गूजबेरी, जो हर मौसम में शरीर को रोगों से बचाने की ताकत देता है। आइए जानते हैं कि इसे घर पर कैसे आसानी से उगाया जा सकता है।
आंवला क्यों लगाएं घर में?
आंवला को आयुर्वेद में सेहत का खजाना बताया गया है। इसमें विटामिन C, आयरन, कैल्शियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह बालों को मजबूत और घना बनाता है, त्वचा की चमक बढ़ाता है और पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखता है। यही नहीं, आंवला का पेड़ घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है और पर्यावरण को भी शुद्ध रखता है। आयुर्वेद में इसे उन पौधों में गिना गया है जो घर में सौभाग्य और शांति का प्रतीक माने जाते हैं।
आंवला लगाने का सही समय
आंवले का पौधा साल के ज्यादातर समय लगाया जा सकता है, लेकिन सबसे उपयुक्त समय जुलाई से सितंबर का होता है। इस दौरान मिट्टी में नमी बनी रहती है, जिससे पौधा आसानी से जड़ पकड़ लेता है. अगर आप उत्तर भारत जैसे इलाकों में रहते हैं, तो मानसून के बाद का समय इसके लिए सबसे बढ़िया रहेगा।
मिट्टी कैसै तैयार करें
आंवला लगभग हर तरह की मिट्टी में उग सकता है, लेकिन सबसे बेहतर परिणाम दोमट मिट्टी में मिलते हैं। मिट्टी में हल्की नमी जरूर होनी चाहिए, पर ध्यान रखें कि पानी जमा न हो। अगर आप गमले में पौधा लगा रहे हैं, तो नीचे छोटे-छोटे छेद जरूर रखें ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके। आज चाहे तो मिट्टी में थोड़ा गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट भी मिला सकते हैं।